Raja Raghuvanshi Murder Case: राजा रघुवंशी को ऐसे मारा, सिर पर दो गहरे घाव, एक पीछे और एक सामने, धारदार हथियार से हमला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 10, 2025 16:12 IST2025-06-10T16:05:10+5:302025-06-10T16:12:08+5:30
Raja Raghuvanshi Murder Case: हनीमून मनाने के लिए राज्य में आए रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा में लापता हो गए थे।

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शिलांगः मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में मारे गए इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी के सिर पर किसी धारदार चीज से दो बार प्रहार किया गया था। सोमवार को उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई। पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सायम ने बताया कि रघुवंशी का शव खाई से बाहर निकालने के बाद जांच के दौरान पुलिस ने उसके सिर पर दो कट के निशान देखे। पोस्टमार्टम पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं आयुर्विज्ञान संस्थान (एनईआईजीआरआईएचएमएस) में किया गया। सायम ने कहा, “एनईआईजीआरआईएचएमएस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मृतक के सिर पर दो गहरे घाव हैं - एक पीछे और एक सामने।” हनीमून मनाने के लिए राज्य में आए रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स के सोहरा में लापता हो गए थे।
दो जून को रघुवंशी शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला, जबकि उनकी पत्नी की तलाश जारी थी। पुलिस के अनुसार, शव के पास एक खून से सना चाकू भी मिला, जो अपेक्षाकृत नया लग रहा था। सोनम सुबह-सुबह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आई और उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
जांचकर्ताओं ने देश को हिला देने वाले अपराध में कथित रूप से शामिल चार अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच शिलांग स्थित प्रभावशाली नागरिक संस्था समूह सीओएमएसओ ने सोमवार को राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में गिरफ्तार उसकी पत्नी सोनम के परिवार से माफी की मांग की।
आरोप लगाया कि उन्होंने मेघालय के लोगों को बदनाम किया और पर्यटन पर निर्भर राज्य की छवि को धूमिल करने की कोशिश की। मेघालय सामाजिक संगठन परिसंघ (सीओएमएसओ) के अध्यक्ष रॉय कुपार सिंरेम ने आरोप लगाया कि सोनम के परिवार ने एक व्यक्तिगत त्रासदी का राजनीतिकरण करने, प्रेस का शोषण करने और देश भर में मेघालय विरोधी भावनाएं पैदा करने के लिए सुनियोजित प्रयास किए।
उन्होंने इनर लाइन परमिट (आईएलपी) प्रणाली के कार्यान्वयन की मांग भी दोहराई और कहा कि इससे राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों पर नजर रखने और पर्यटकों के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जिससे अधिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।