बिहार के प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार ने बना रखा था वसूली गैंग, सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया रिमांड पर
By एस पी सिन्हा | Updated: August 28, 2024 17:47 IST2024-08-28T17:45:54+5:302024-08-28T17:47:15+5:30
संतोष कुमार ने विभिन्न करदाताओं से रिश्वतखोरी के लिये बजाप्ता एक गैंग बना रखा था। इस वसूली गैंग का काम था आयकर बकाया वाले कारोबारी को अपने जाल में लेकर प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के साथ मिलकर सेटलमेंट कराना।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
पटना: सीबीआई ने 10 लाख रुपये रिश्वत लेते बिहार के प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार समेत सभी पांच आरोपी गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को पटना स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया। सुनवाई के दौरान अदालत ने आरोपियों से उनके खिलाफ मिले सबूतों के बारे में पूछा, जिसे आरोपियों ने बेबुनियाद बताया। इसके बाद अदालत ने आरोपियों को पांच दिनों के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया। दरअसल, संतोष कुमार के साथ सीबीआई ने वसूली गैंग के और अन्य गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की तो ऐसा खुलासा हुआ जिसे सुनने के बाद सीबीआई के अधिकारी भी चकरा गए।
सूत्रों के अनुसार संतोष कुमार ने विभिन्न करदाताओं से रिश्वतखोरी के लिये बजाप्ता एक गैंग बना रखा था। इस वसूली गैंग का काम था आयकर बकाया वाले कारोबारी को अपने जाल में लेकर प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के साथ मिलकर सेटलमेंट कराना। वहीं, सीबीआई को सूचना मिली थी कि पद का दुरुपयोग कर करदाताओं को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए पैसों की लेन देन की गई है। इसके बाद सीबीआई ने मामले में कार्रवाई करते हुए बिहार-झारखंड समेत देश के 21 ठिकानों पर छापेमारी की और पटना से संतोष कुमार, राजीव कुमार उर्फ चीकू, धनबाद से डॉ प्रणय पूर्वे, गुरपाल सिंह और अशोक चौरसिया को गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार संतोष कुमार के पास आयकर से संबंधित जब भी कोई बड़ा मामला आता था इन चार दलालों में से किसी एक के पास भेजता था। लेकिन यह मामला तब खुल गया जब संतोष कुमार के एक करीबी से ही पैसे की डिमांड हो गई। दरअसल, धनबाद का कोयला कारोबारी गुरपाल सिंह का आयकर से संबंधित एक मामला चल रहा है। प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के यहां इसके सेटलमेंट के लिए संतोष ने गुरपाल सिंह से 10 लाख रुपये रिश्वत मांगे थे। इसके बाद ये सारा भेद खुल गया।
बता दें कि प्रधान आयकर आयुक्त संतोष कुमार के पटना स्थित आयकर कार्यालय के दूसरे तल्ले पर मौजूद उनके कार्यालय में कागजात की जांच की गई। साथ ही उनके पटना लोहिया नगर कंकड़बाग स्थित आवास (36 नंबर) में भी तलाशी ली गई। गौरतलब है कि अन्य आरोपियों में डॉक्टर प्रणव पूर्वे धनबाद क्लब के अध्यक्ष बताए जा रहे हैं। वहीं, गुरपाल सिंह का धनबाद में ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार है, जबकि अशोक चौरसिया का आवास धनबाद के कतरास रोड में मकान संख्या 32 है। राजीव कुमार और चीकू की भूमिका मध्यस्थ के तौर पर सामने आ रही है।