अस्पताल पहुंचने से पहले 3 साल के बेटे की मौत, शव के साथ कुएं में कूदकर माता-पिता ने बेटी के साथ आत्महत्या की, जानें सुसाइड नोट में क्या लिखा...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 21, 2022 07:07 PM2022-12-21T19:07:01+5:302022-12-21T19:07:48+5:30
पालीः थानाधिकारी उदयसिंह ने बताया कि सांझी गांव निवासी भलाराम मेघवाल (30) अपनी पत्नी मीरा (26) और पुत्री निकिता (4) के साथ बुधवार सुबह अपने बीमार पुत्र भीमाराम (3) को लेकर रोहट के अस्पताल के लिए रवाना हुआ था।
जयपुरः राजस्थान के पाली जिले के रोहट थाना क्षेत्र में बेटे की मौत से दुखी एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ बुधवार को कुंए में कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी उदयसिंह ने बताया कि सांझी गांव निवासी भलाराम मेघवाल (30) अपनी पत्नी मीरा (26) और पुत्री निकिता (4) के साथ बुधवार सुबह अपने बीमार पुत्र भीमाराम (3) को लेकर रोहट के अस्पताल के लिए रवाना हुआ था।
लेकिन रास्ते भीमाराम की तबीयत ज्यादा खराब हो गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बेटे की मौत से परिवार काफी सदमे में था और परिवार के तीनों सदस्यों ने सांझी गांव के निकट एक कुएं में भीमाराम के शव के साथ कूद कर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि बरामद सुसाइड नोट में मृतक भलाराम ने अपने पुत्र की बीमारी से मौत के दुख में यह कदम उठाने की बात लिखी है। अधिकारी ने बताया कि चारों शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। इस संबंध सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
धौलपुर में पुजारी की हत्या कर शव नदी में फेंका
धौलपुर जिले के कंचनपुर थाना क्षेत्र में एक पुजारी की हत्या कर उनके शव को प्लास्टिक की बोरी में भर कर नदी में फेंकने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। थानाधिकारी हेमराज शर्मा ने आज बताया कि टोंटरी गांव के पास पार्वती नदी के किनारे स्थित माता के मंदिर के पुजारी बहावुद्दीन खान (60) की बीती रात हत्या कर, उसके हाथ-पैर काट कर शव को एक प्लास्टिक की बोरी में डालकर नदी में फेंक दिया गया था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से मिली सूचना पर बोरे को नदी में निकलवा कर शव के अवशेष को पोस्टमार्टम के लिये मुर्दाघर में रखवाया गया है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से पूछताछ से पता चला कि खान का पिछले दिनों पास के एक अन्य मंदिर के पुजारी महेश दास (61) से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार पुजारी की हत्या रंजिश के चलते महेश दास ने की है क्योंकि वह घटना के बाद से फरार है।
उसकी तलाश के लिये पुलिस दलों को रवाना किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार, बहावुद्दीन ने इस्लाम छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया और वह करीब दस साल से माता के इसी मंदिर पर पूजा अर्चना करता था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक का सिर अभी तक नहीं मिला है उसकी तलाश की जा रही है उसके बाद पोस्टमार्टम करवाया जायेगा।