बीमार आदमी को दिया जानवरों को लगने वाला इंजेक्शन, 470 रुपये भी वसूले! झोलाछाप डॉक्टर को छोडऩे पर एएसआई निलंबित
By भाषा | Updated: April 21, 2022 14:19 IST2022-04-21T14:16:51+5:302022-04-21T14:19:28+5:30
ओडिशा में एक झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरतने के लिए स्थानीय सहायक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। लोगों ने झोलाछाप डॉक्टर को पकड़कर पुलिस को सौंपा था।

बीमार आदमी को झोलाछाप डॉक्टर ने दिया जानवरों को लगने वाला इंजेक्शन (प्रतीकात्मक तस्वीर)
बारीपदा (ओडिशा): ओडिशा पुलिस ने गुरुवार को मयूरभंज जिले में एक झोलाछाप डॉक्टर द्वारा एक व्यक्ति को पशुओं को लगने वाला इंजेक्शन लगाने के कथित मामले में ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में सहायक उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया। मयूरभंज के एसपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव ने महुलडीहा थाने में तैनात एएसआई पबित्र मोहन राउत को निलंबित कर दिया।
एएसआई पर आरोप है कि उन्होंने स्थानीय लोगों द्वारा पशुओं को दिया जाने वाला इंजेक्शन आदमी को लगाने के एक प्रकरण में झोलाछाप डॉक्टर को पुलिस के हवाले किया था, लेकिन राउत ने उसे जाने दिया। क्योंझर जिले के कांतिपाल के बिश्वनाथ बेहरा (62) के रूप में पहचाने जाने वाले झोलाछाप डॉक्टर ने 16 अप्रैल को पीठ दर्द से पीड़ित 55 वर्षीय श्रीकांत मोहंता को तीन पशुओं के इंजेक्शन दे दिए थे।
इसके अलावा उसने मोहंता को कुछ गोलियां भी दीं और उसे दिन में दो बार सेवन करने का सुझाव दिया। बिश्वनाथ ने जानवरों वाला इंजेक्शन लगाने के लिए मरीज से 470 रुपये वसूले थे। संयोग से, पशु दवा लेने के बावजूद रोगी पर ऐसा कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि, मरीज के बेटे को बिश्वनाथ पर झोलाछाप डॉक्टर होने का शक था। उसने ठाकुरमुंडा के एक डॉक्टर को इंजेक्शन की तस्वीर भेजी, जिन्होंने पुष्टि की कि इंजेक्शन जानवरों को दिया जाता है।
महुलडीहा थाना पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एएसआई से जाने की अनुमति मिलने के बाद वे फरार हो गया था। फिलहाल पुलिस ने फरार झोलाछाप डॉक्टर की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।