राजस्थान: शराब माफियाओं ने RTI कार्यकर्ता के पहले तोड़े पैर फिर कीलें ठोक जान लेने का किया प्रयास, मामला दर्ज
By आजाद खान | Updated: December 23, 2021 18:32 IST2021-12-23T18:29:40+5:302021-12-23T18:32:16+5:30
अमराराम गैरकानूनी शराब के अलावा ग्राम पंचायत में होने वाले घोटालों को लेकर भी वह एक एक्टिविस्ट के रुप में काम कर रहा था।

राजस्थान: शराब माफियाओं ने RTI कार्यकर्ता के पहले तोड़े पैर फिर कीलें ठोक जान लेने का किया प्रयास, मामला दर्ज
क्राइम अलर्ट:राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर खूब पीटने और उसके पैरों में कील ठोकने का दर्दनाक मामला सामने आया है। आरोप है कि आरटीआई कार्यकर्ता के मुखबरि से नाराज शराब माफियाओं ने उसका पहले अपहरण किया और उसके बाद हमला कर उसे बुरी तरह धायल कर दिया है। कार्यकर्ता का इलाज जोधपुर के एक अस्पताल में चल रहा है। वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है और जानकारी के आधार पर अपराधियों की तलाश में लग गई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, इस घटना से 2 दिन पहले आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम जाट ने शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने उन माफियाओं के खिलाफ कार्वाई भी की थी। इस मुखबिर से नाराज शराब माफियाओं ने अमरारम को सबक सिखाना चाहा और जोधपुर से जब वह अपने गांव जाना चा रहा था तभी बीच रास्ते से ही उन लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे सुनसान जगह पर ले गए और उसकी खूब पिटाई की। इसके बाद बदमाशों ने अमराराम जाट के दोनों पैर तोड़े दिए और कीलें ठोंकी। मामले में पुलिस का कहना है कि इस घटना के बाद शराब माफियाओं ने अमराराम को पास के एक सड़क पर अधमरा छोड़ भाग खड़े हुए।
अमराराम लगातार उठाता है अपराधियों के खिलाफ आवाज
मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि अमराराम अपने गांव और उसके आसपास के इलाकों में हो रहे गलत काम और घोटालों की जानकारी देता है। इस बात से अपराधी उससे बहुत नाराज थे। बताया जा रहा है कि उसने प्रशासन गांव के संग अभियान के दौरान 15 दिसंबर को कुंपलिया पंचायत के नरेगा कार्यों में वित्तीय गड़बड़ी, घटिया सामग्री और आवास योजनाओं में अनियमितता के अलावा परेऊ में शराब की अवैध ब्रांच की शिकायत भी की थी। पुलिस का कहना है कि यही कारण है कि अमराराम पर हमला किया गया और उसकी पिटाई कर उसे पैरों में कीलें ठोके गए।