नागपुर: शराब तस्करी में पकड़े गए अपराधियों ने उनके बारे में सूचना दिए जाने से चिढ़ कर एक नाबालिग पर जानलेवा हमला कर दिया. यह वारदात पारडी थाना परिसर में हुई. आरोपियों में राजू सोनीलाल सिंधूरिया (38) बीड़गांव तथा आकाश चिंतामण मेश्राम (27) और उनके पांच साथी हैं. आरोपियों को पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा था.
इसके बाद से आरोपियों को बीड़गांव निवासी सारिका ठवकर और उनके परिवार पर पुलिस को सूचना दिए जाने का संदेह था. दरअसल आरोपी काफी समय से धड़ल्ले से बीड़गांव परिसर में शराब की तस्करी कर रहे थे. इससे सारिका सहित बस्ती के कई लोग त्रस्त थे. लोगों के लगातार शिकायत किए जाने के बाद ही आरोपियों को पकड़ा गया था. 15 अप्रैल की रात सारिका का बेटा सौरभ ठवकर बाजार में जरूरी सामान लेने के लिए गया था.
उसी समय आरोपी वहां पहुंचे. उन्होंने सौरभ को घेर लिया. उसे गालियां देने लगे. जान से मारने की धमकी देकर हमला कर दिया. लाठी से पीट-पीटकर जख्मी कर दिया. सौरभ के शोर मचाने पर आरोपी वहां से फरार हो गए.इस वारदात से सौरभ के परिजन दहशत में हैं. पारडी थाना परिसर में अवैध शराब के कई अड्डे हैं. मजदूर बस्ती होने से उन्हें आसानी से ग्राहक भी मिल जाते हैं.
लॉकडाउन के बावजूद शराब के अड्डे चलाए जाने से नागरिकों को कोरोना फैलने का खतरा हो रहा है. वह मजबूर होकर पुलिस को शिकायत करते हैं. इसकी भनक शराब तस्करों को लग जाती है. यह बेहद गंभीर बात है. ऐसे में लोगों का पुलिस से भरोसा ही उठ जाएगा. वह अवैध धंधे और अपराधियों की जानकारी देने से कतराएंगे. लॉकडाउन के दौरान सात अपराधियों का इकट्ठा होकर नाबालिग पर हमला करना भी कई सवाल खड़े करता है.
इसी वजह से इस प्रकरण की विस्तृत जानकारी देने से पारडी पुलिस बच रही थी. मामला दर्ज करनेवाली पीएसआई प्रियंका गोदमले ने स्वयं को व्यस्त बताते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया.