मुजफ्फरनगरः दहेज मांग रहे पति, सास और ननद, पापा और पैसा नहीं दे सकते?, सुसाइड नोट लिख 26 वर्षीय नवविवाहिता ने लगाई फांसी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 17, 2025 20:12 IST2025-08-17T20:11:15+5:302025-08-17T20:12:17+5:30
Muzaffarnagar: कदम उठाने से पहले महिला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था।

सांकेतिक फोटो
Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर जिले में 26 वर्षीय नवविवाहिता ने रविवार को अपने घर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गये एक कथित 'सुसाइड नोट' में महिला ने अपने पति, सास और ननद पर दहेज की खातिर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि नई मंडी थाना क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले में मयंक शर्मा की पत्नी गोल्डी अपने कमरे में मृत पाई गई। उनके मुताबिक, यह कदम उठाने से पहले महिला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था।
प्रजापत ने बताया कि कथित सुसाइड नोट में गोल्डी ने आरोप लगाया कि उसका पति, सास और ननद दहेज की मांग को लेकर उसका उत्पीड़न करते थे और इसी वजह से वह आत्महत्या कर रही है। उन्होंने बताया कि गोल्डी की शादी छह महीने पहले ही हुई थी। अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
पुरी में लड़की की मौत पर पुलिस की लोगों से अपील: सोशल मीडिया पोस्ट पर ध्यान न दें
ओडिशा पुलिस ने रविवार को लोगों से अपील की कि वे पुरी जिले में हाल में जलने से हुई 15 वर्षीय लड़की की मौत के बारे में सोशल मीडिया पोस्ट पर ध्यान न दें क्योंकि यह एक नाबालिग से जुड़ा संवेदनशील मामला है। पुरी के पुलिस अधीक्षक पिनाक मिश्रा ने कहा कि मामले की पुलिस जांच अंतिम चरण में है।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि घायल लड़की को कुछ कहते हुए दिखाने वाला वीडियो क्लिप किसने रिकॉर्ड किया था जो रविवार को वायरल हुआ। लड़की की मां ने बलंगा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आरोप लगाया है कि 19 जुलाई को तीन लोगों ने उसकी बेटी का अपहरण कर भार्गवी नदी के किनारे उसे आग लगा दी।
लड़की 70 फीसदी जल गयी थी और अगले दिन उसे हवाईमार्ग से दिल्ली के एम्स ले जाया गया, जहां दो अगस्त को उसकी मौत हो गई। उसकी मौत के कुछ घंटों बाद, पुलिस ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अब तक की जांच के अनुसार, यह स्पष्ट है कि इसमें कोई और व्यक्ति शामिल नहीं है।
लड़की के पिता ने भी कहा कि उनकी बेटी ‘मानसिक दबाव में थी और उसने अपनी जान दे दी। ’ उन्होंने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया। सोशल मीडिया के कुछ खास पोस्ट का हवाला देते हुए मिश्रा ने कहा, ‘‘ कृपया ऐसी पोस्ट पर ध्यान न दें। मैं सभी से यह भी अपील करता हूं कि नाबालिग पीड़िता से जुड़ी ऐसी संवेदनशील सामग्री को फैलाने से बचें।’’
इन सोशल मीडिया पोस्ट में नाबालिग लड़की उस घटना के बारे में कुछ कहती हुई सुनी जा सकती है जिसके तहत वह जल गयी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नाबालिग लड़की की मौत की घटना की जांच लगभग अंतिम चरण में है और पुलिस अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने से पहले फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से कुछ रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। मिश्रा ने कहा, ‘‘शुरुआत में, कुछ विशिष्ट आरोप थे, जो प्राथमिकी का भी हिस्सा थे। जिस दिन लड़की को अस्पताल ले जाया जा रहा था, उस दिन भी उसने ऐसा ही बयान दिया था। मुझे लगता है कि जो वीडियो वायरल हुआ है, वह उसी दिन बनाया गया था।’’
उन्होंने कहा,‘‘हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि वीडियो असल में किसने रिकॉर्ड किया और यह सोशल मीडिया पर कैसे पहुंचा। यह एक गोपनीय मामला था।’’ इस बीच, विपक्षी बीजू जनता दल के नेताओं लेनिन मोहंती, इप्सिता साहू और सुब्रत छतोई ने प्रेसवार्ता में भाजपा सरकार पर नाबालिग लड़की को जलाने की घटना में शामिल दोषियों को बचाने का आरोप लगाया।
मोहंती ने कहा, ‘‘हम इस मामले की न्यायिक जांच और उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा के इस्तीफे की मांग करते हैं क्योंकि यह घटना उनके नीमापारा विधानसभा क्षेत्र में हुई थी। न्यायिक जांच से सच्चाई सामने आ जाएगी क्योंकि पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध है।’’