लखनऊः मुस्लिम महिलाओं से बलात्कार की धमकी देने वाले महंत बजरंग मुनि दास पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने कड़ा एक्शन लिया है। सीतापुर एसपी आरपी सिंह ने कहा कि विवादित बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दास को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
पिछली दो अप्रैल को हिंदू नव वर्ष पर बड़ी संगत उदासीन आश्रम के महंत बजरंग मुनि उर्फ अनुपम मिश्रा ने सीतापुर जिले में कथित रूप से एक मस्जिद के सामने गाड़ी में बैठ कर लाउडस्पीकर से भड़काऊ बयान दिया था।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार नेबताया कि पुलिस ने महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासी आश्रम के महंत बजरंग मुनि को गिरफ्तार कर लिया है। मुनि को भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए), 354 (ए), 298 और 509 के तहत गिरफ्तार किया गया है। सीतापुर नगर के क्षेत्राधिकारी (सीओ) पीयूष सिंह ने बताया कि मुनि को शाम में जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि भगवा वस्त्र पहने बजरंग मुनि का एक वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया में सामने आया था। पुलिस ने बताया कि सीतापुर के खैराबाद के महर्षि श्री लक्ष्मण दास उदासी आश्रम के बजरंग मुनि दास के खिलाफ उनके अपमानजनक बयान और अभद्र भाषा के लिए शुक्रवार को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
बताया जाता है कि नफरती भाषण वाला दो मिनट का वीडियो दो अप्रैल को रिकॉर्ड किया गया था, जब महंत बजरंग मुनि ने नवरात्रि और हिंदू नववर्ष के अवसर पर एक जुलूस निकाला था। विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर मुनि के बयान की कड़ी आलोचना हुई थी।
पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के कुछ घंटों बाद बजरंग मुनि के माफी मांगने का वीडियो शुक्रवार शाम को सामने आया। सीतापुर के अपर पुलिस अधीक्षक राजीव दीक्षित ने कहा था, "खैराबाद में उनके अभद्र भाषा को लेकर महंत बजरंग मुनि दास के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
सबूत एकत्र करने और जांच के बाद पुलिस तदनुसार कार्रवाई शुरू करेगी। उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने सीतापुर जिले में मुस्लिम महिलाओं से बलात्कार की खुली धमकी देने वाले एक कथित महंत को अब तक गिरफ्तार नहीं किए जाने पर सवाल उठाए हैं।
सपा ने अपने आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा "भाईचारे और सद्भावना की सबसे बड़ी दुश्मन भाजपा सरकार। सीतापुर में धर्म विशेष की महिलाओं को पुलिस की मौजूदगी में रेप की धमकी देने वाले आरोपी की अब तक गिरफ्तारी न होना घोर निंदनीय है। पुलिस अब तक क्यों है खाली हाथ? जवाब दे सरकार।"