उज्जैनः नानाखेड़ा थाना अंतर्गत कीर्तिनगर में व्यवसायी सत्यम जैन के सूने मकान में चोरी हुई थी। 17 जून को जैन छतरपुर नौगांवा से लौटकर आए और उन्होंने पुलिस को 10-12 लाख नकदी चोरी होना बताया था। पुलिस चोरों तक पहुंची और पूछताछ की तो 33 लाख की नकद राशि चोरी के इस मामले में बरामद की गई है। पुलिस ने इनकम टैक्स विभाग को मामले से अवगत करवाया है।
चोरी के मामले का खुलासा करते हुए एसपी मनोज कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि फरियादी सीमेंट-सरिया व्यवसाई सत्यम जैन पिता अनिलकुमार जैन निवासी कीर्तिनगर इंदौर रोड उज्जैन दिनांक 23 मार्च को अपने परिवार सहित घर पर ताला लगाकर नौगांव छतरपुर चले गये थे।
17 जून को परिवार सहित घर आये तो घर पर ताला लगा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो अलमारी खुली होकर सामान बिखरा पड़ा हुआ था। घर की खिड़की की ग्रिल टूटी हुई थी। रात्रि का समय होने से फरियादी सामान की जाँच नही कर पाये। प्रारंभिक रूप से फरियादी ने पुलिस को 10-12 लाख नकदी की चोरी का हवाला दिया था।
थाना नानाखेड़ा उज्जैन पुलिस ने धारा 457,380 भादवि का अज्ञात आरोपियोंके विरुद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। विवेचना में पुलिस ने शराफत पिता स्व.छुट्टन शाह 29 वर्ष निवासी बेगमबाग को गिरफ्तार कर उसके घ्र से 16 लाख एवं फरार मुख्य आरोपी सलमान उर्फ सूक्कू पिता सलीम पठान निवासी पक्की बेगमबाग कालोनी के घर से 17 लाख रुपए नकद इस प्रकार कुल 33 लाख नकदी बरामद की है।
दोनों ने मिलकर कुल 35 लाख की नकदी चोरी को अंजाम दिया था और उसमें से दो लाख खर्च कर दिए थे। फरियादी के इस तरह नकदी के मामले को बताने एवं बरामदगी में इतनी बडी नकदी सामने आने के मामले को लेकर नियमानुसार इंकमटेक्स को भी सूचना दी गई है।
किस प्रकार से हुआ मामले का खुलासा
थाना नानाखेड़ा एवं साइबर टीम को चोरी करने वाले संदिग्धों की पतारसी हेतु लगाया था, घटना स्थल के आसपास मौजूद भौतिक साक्ष्य एवं अन्य विश्वसनीय सूत्रों माध्यम से अज्ञात आरोपियों के संबंध में मुखबिरों से पता तलाश की गई। आरोपी शराफत शाह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने सबकुछ उगल दिया। आरोपी को गिरप्तार कर मामले का खुलासा किया गया।
दूसरी बार में सफल हुए आरोपी
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मुख्य आरोपी सलमान उर्फ सूक्कू रेलवे स्टेशन माल गोदाम से आटो चलाता है। आटो चालक होने से शहर की अधिकांश कालोनी देख रखी थी। लॉकडाउन खुलने के बाद उसने फरियादी का ताला लगा मकान देखा और उसकी रैकी करने लगा।
इसी दौरान सलमान अकेले ही फरियादी के घर चोरी करने चला गया था कि मकान के दरवाजे नहीं खुले तो वह चोरी करने में कामयाब नहीं हो सका और वापस आ गया। फिर चार पाँच दिन रेकी करने के बाद उसने अपने साथी शराफत जिसका पीओपी का काम अंजुश्री होटल के पीछे चल रहा था को बताया।
उसके पश्चात दोनों ने योजना बनाकर 16-17 जून रात्रि में करीब 01.00 बजे फरियादी के मकान के पास बने पड़ोसी के मकान की सीढ़ियों से चढ़कर फरियादी के मकान की पहली मंजिल पर पहुंचकर जहाँ अपने साथ ले गये सरिये काटने की आरी से खिड़की के सरिये (ग्रिल) काटकर अंदर घूसे और कैमरे देख कर सलमान ने अपना मुंह ढककर सीसीटीवी कैमरा तोड दिया था।शराफत पर शहर के तीन थानों में 12 एवं सलमान पर एक प्रकरण पूर्व से प्रचलित है।