रांचीः झारखंड के लोहरदगा जिले में गत 10 अप्रैल 2022 को सदर थाना क्षेत्र के हिरही गांव में रामनवमी शोभा यात्रा पर हुए पथराव और आगजनी की घटना के बाद भड़की हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है. पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार कोशिशों के बावजूद रह-रहकर कुछ ऐसी घटनाएं हो रही है, जिससे कि पुलिस प्रशासन परेशान है.
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. वहीं, प्रशासन ने एहतियातन जिले के कई गांवों में कर्फ्यू लगा दिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की रात सेन्हा थाना क्षेत्र के अरु गांव के बस्ती के शिव मंदिर में बज रहे लाउडस्पीकर को एक समुदाय विशेष के कुछ लोग आकर बंद करा दिया. यह भी कहा कि अगर लाउडस्पीकर बंद नहीं किया जाता है तो युवकों को मंदिर से बाहर लाओ.
जब यह बात सार्वजनिक हुई तो माहौल बिगड़ने लगा. जिसके बाद इसकी सूचना ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को दी. घटना की सूचना मिलने के साथ हीं दलबल के साथ डीएसपी परमेश्वर प्रसाद मौके पर पहुंचे और खराब हो रहे माहौल को शांत कराया. इसी बीच कुछ ग्रामीण भी पहुंचे और इस तरह की गलती पर नाराजगी जताई.
जिले के एसपी आर रामकुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस घटना के बाद उस क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. उन्होंने कहा कि माहौल पूरी तरह से शांत है. इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है. मामले को बारीकी से देखा जा रहा है. घटना के बाद लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत करने का प्रयास किया गया है.
वहीं, लोहरदगा जिले में रह-रहकर लगभग हर दिन हो रही कुछ न कुछ घटना प्रशासन के लिए चिंता बन गई है. साथ ही जिलेवासियों के लिए भी भय का माहौल है. इधर इस तरह की घटना के बाद खराब माहौल को शांत करने के लिए आज अरु गांव में शांति समिति की बैठक बुलाई गई.
इसबीच, लोहरदगा में रामनवमी के अवसर पर हिरही भोक्ता बगीचा में घटी घटना को लेकर एसडीओ ने कहा कि लोहरदगा में ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल काम कर रहा है. पूरी घटना को अंजाम भी स्लीपर सेल के द्वारा ही दिया गया है.
इसकी शुरुआत कुछ दिन पहले ही हुई थी. स्लीपर सेल के सदस्य लोहरदगा शहर में भी माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश किए थे, लेकिन उनकी कोशिश नाकामयाब हो गई. ऐसे लोगों को सभी लोग चिह्नित करें. प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ अपना काम कर रहा है.