पटनाः बिहार में लखीसराय जिले के पिपरिया थाना क्षेत्र के वलीपुर गांव में आज सुबह में शंकर रजक के घर हुए बम विस्फोट से सात लोग घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बम विस्फोट होने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई.
बताया जा रहा है कि इस विस्फोट में घायल हुए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. इनमें से दो घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर बम किसने और क्यों रखा? इस बारे में वही पता नहीं चल सका है. घटना के बाद काफी संख्या में पुलिस बल वहां तैनात कर दिया गया है. जानकारी यह है कि कुछ दिनों बाद इस घर में शादी भी होनी थी.
इसके लिए घर का मरम्मत किया जा रहा है. पुलिस के अनुसार शंकर रजक के घर में भवन निर्माण का कार्य चल रहा था. घर के बगल में ईंट रखी हुई थी. निर्माणाधीन घर के पास तीन की संख्या में बम रखे थे. वहीं खेल रहे बच्चों की नजर जब बम पर पड़ी, तो उनमें से एक बच्चा उसे अपने हाथ में लेकर बम को खोलने का प्रयास करने लगा.
इस बीच बम के फटने से वहां मौजूद बच्चे सहित कुल सात लोग घायल हो गए. घायलों में शंकर रजक की पत्नी मंजू देवी, शंकर रजक की पुत्री अनीता कुमारी, दिलीप रजक की पत्नी सुंदरी देवी, दिनेश रजक के पुत्र सोनू कुमार, दिनेश रजक की पुत्री बबली कुमारी, और दिलखुश कुमार के रूप में किया गया. बम धमाके के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
वहीं, ग्रामीणों के अनुसार एक प्लास्टिक में लपेटकर कई बम रखा हुआ था जिसमें से एक बम विस्फोट कर गया. थानाध्यक्ष दिलीप कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्फोटक कहां से आया और विस्फोट कैसे हुआ इसकी जांच की जा रही है. सूत्रों के अनुसार पुलिस ने घटनास्थल से तीन जिंदा बम को बरामद किया है.
घटना की जानकारी के बाद मौके पर खुद एसपी सुशील कुमार और एसडीपीओ इमरान मसूद दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. एसपी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है. अनुसंधान के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी. एसपी ने कहा कि डॉग स्क्वायड और ऑपरेशन की टीम को सूचित किया गया है.
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले 9 मार्च को पटाखा बनाने के दौरान गोपालगंज में एक बम धमाका हो गया था. इसमें एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गये थे. इससे पहले भागलपुर में बड़ा बम धमाका हुआ था, जिसमें 3 घर जमींदोज हो गये थे, वहीं एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.