नई दिल्ली: कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर के बाद से पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा है। लेकिन महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के मामले रुक नहीं रहे। ताजा मामला तमिलनाडु से आया है। तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में एक एनसीसी अधिकारी द्वारा कक्षा 8 की छात्रा के साथ कथित बलात्कार को छिपाने की कोशिश करने के आरोप में रविवार को बरगुर पुलिस ने एक निजी स्कूल के कर्मचारी, प्रिंसिपल और पांच अन्य को गिरफ्तार किया।
यह घटना 8 अगस्त को 5 से 9 अगस्त तक आयोजित एनसीसी शिविर के दौरान हुई, जहां 13 वर्षीय लड़की ने 16 अन्य छात्रों के साथ भाग लिया था। सभी महिला प्रतिभागी स्कूल में रहीं और ऑडिटोरियम में सोईं। पुलिस ने कहा कि 30 वर्षीय एनसीसी अधिकारी शिवरामन ने कथित तौर पर लड़की को बाहर बहला-फुसलाकर ले गया और उसका यौन उत्पीड़न किया। जब पीड़िता ने प्रिंसिपल सतीश कुमार को इस बारे में बताया तो उन्होंने उसे चुप रहने के लिए कहा। शिविर समाप्त होने के बाद लड़की घर लौट आई।
टाइम्स नाऊ के अनुसार पुलिस जांच से पता चला है कि शिवरामन ने शिविर में अन्य लड़कियों का भी यौन उत्पीड़न किया था। शिवरामन, नाम तमिझार कच्ची (एनटीके) की युवा शाखा के लिए कृष्णगिरी पूर्व जिला सचिव के रूप में कार्यरत था। इस घटना के सामने आने के बाद एनटीके प्रमुख सीमन ने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। डॉक्टरों और नर्सों ने मृतक डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और सुनवाई 20 अगस्त को निर्धारित की गई है।
कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या करने के विरोध में कोलकाता और पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में सैकड़ों महिलाएं रविवार रात 'रिक्लेम द नाइट' अभियान दोहाराते हुए सड़कों पर उतरीं।