उत्तर प्रदेश में कनिष्ठ अभियंता ने चुराई भैंस, लोगों ने पीटा, पुलिस से क्लीन चिट
By भाषा | Updated: August 9, 2019 14:27 IST2019-08-09T14:27:22+5:302019-08-09T14:27:22+5:30
पुलिस ने मामले में सीआरपीसी की धारा 169 (सबूतों के अभाव में आरोपी की रिहाई) के तहत रिपोर्ट दाखिल की है। अदालत ने बाद में जेई अभिषेक कुमार को रिहा करने का आदेश दिया। कुमार को अल्मासपुर गांव में बुधवार को ग्रामीणों ने पकड़ा था और पिटाई के बाद पुलिस के हवाले कर दिया था।

जल निगम के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक ‘‘झूठे मामले में’’ कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक घर से भैंस चोरी के आरोप में गिरफ्तार उत्तर प्रदेश जल निगम के कनिष्ठ अभियंता (जेई)को क्लीन चिट दे दी। यह जानकारी शुक्रवार को अधिकारियों ने दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामले में सीआरपीसी की धारा 169 (सबूतों के अभाव में आरोपी की रिहाई) के तहत रिपोर्ट दाखिल की है। अदालत ने बाद में जेई अभिषेक कुमार को रिहा करने का आदेश दिया। कुमार को अल्मासपुर गांव में बुधवार को ग्रामीणों ने पकड़ा था और पिटाई के बाद पुलिस के हवाले कर दिया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार को गिरफ्तार किया गया था। चोरी गई भैंस भी बरामद कर ली गई थी। बहरहाल, जल निगम के अधकारियों ने आरोप लगाया कि कुमार पर पुलिस ने गलत मुकदमा दर्ज किया। उन्होंने दावा किया कि मवेशी चोर भैंस चुराने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ग्रामीणों के पहुंचने पर भाग गए। चूंकि कुमार वहां से गुजर रहे थे, ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया और पिटाई कर दी।
उत्तर प्रदेश जल निगम के एक कनिष्ठ अभियंता को यहां एक मकान से भैंस चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि न्यू मंडी थाने के तहत अलमसपुर गांव के लोगों ने बुधवार को अभिषेक कुमार को पकड़ लिया और उसकी पिटाई करने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और चोरी की गई भैंस बरामद कर ली गई है। जल निगम के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक ‘‘झूठे मामले में’’ कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्होंने दावा किया कि पशु चोर भैंस चुराने की कोशिश कर रहे थे लेकिन स्थानीय लोगों के पहुंचने के बाद वे भाग गए। कुमार पास से गुजर रहा था, इसलिए ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई की।