झारखंडः निलंबित सब इंस्पेक्टर ने तीन लोगों को मारी गोली, सास की मौत, पत्नी व साले की स्थिती गंभीर
By एस पी सिन्हा | Updated: July 26, 2019 17:26 IST2019-07-26T17:26:56+5:302019-07-26T17:26:56+5:30
जमशेदपुर हत्याकांडः आरोपी चाईबासा के गुदड़ी थाना में पदस्थापित है. उसने अपने सर्विस रिवॉल्वर से उसने इस घटना को अंजाम दिया. घटना को अंजाम देने के बाद इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता पैदल ही अपने फ्लैट से फरार हो गया है.

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झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी में एक निलंबित सब इंस्पेक्टर ने पारिवारिक विवाद में तीन लोगों को गोली मार दी. इस घटना में चचेरी सास की मौत हो गई, जबकि पत्नी और चचेरे साले को टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दोनों को पेट में गोली लगी है और हालत नाजुक है. घटना को अंजाम देकर सब इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता फरार हो गया. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी चाईबासा के गुदड़ी थाना में पदस्थापित है. उसने अपने सर्विस रिवॉल्वर से उसने इस घटना को अंजाम दिया. घटना को अंजाम देने के बाद इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता पैदल ही अपने फ्लैट से फरार हो गया है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. जिले के एसएसपी टीएमएच पहुंचे और मीडिया से बात करते हुए बताया कि इंस्पेक्टर मनोज का अपनी पत्नी से पुराना विवाद था और दोनों के बीच विवाद का मामला कोर्ट में था.
विवाद के कारण ही जब वेचाईबासा में पदस्थापित थे तो उन्हें निलंबित कर दिया गया था. अचानक 19 फरवरी को वे बिना बताए सिक लीव पर चले गए है. उसके बाद अपनी पत्नी को फोन करके पटना से बुलाया. वह शुक्रवार ही मीठापुर, पटना से जमशेदपुर आयीं थी. साथ में उसका चचेरा भाई और उसकी मां भी थी. मनोज गुप्ता ने तीनों को गोली मार दी और खुद फरार हो गया.
एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि आरोपी सब इंस्पेक्टर पिछले कुछ दिनों से निलंबित है. उसका पत्नी के साथ पिछले 20 साल से विवाद चल रहा है. दोनों अलग- अलग रह रहे हैं. पत्नी ने इस सिलसिले में सोनारी थाना में एक केस भी दर्ज कराया है. इसी विवाद को सुलझाने के लिए सभी नौलखा अपार्टमेंट स्थित घर में जमा हुए थे.
एसएसपी ने कहा कि घटना के बाद आरोपी फरार हो गया. उसकी गिरफ्तारी की कोशिश चल रही है. इस घटना की चश्मदीद गवाह बेटी है. बेटी दो दिन पहले दिल्ली से आई थी. सभी पारिवारिक विवाद को सुलझाने के लिए जमा हुए थे. पत्नी अपने दो रिश्तेदारों के साथ पटना से आई थी. सुलह-समझौते के दौरान ही विवाद बढ़ा और आरोपी ने गोली चला दी.
बतौर एसएसपी टीम बनाकर गिरफ्तारी की कोशिश हो रही है. पत्नी या बेटी के बयान पर पर केस दर्ज जाएगा. आरोपी थाने में खुद को बीमार दिखाकर पिस्टल लेकर फरार था. गुस्से में आरोपी ने घटना को अंजाम दिया. पारिवारिक विवाद के चलते वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था. पुलिस ने एहतियात के तौर पर बेटी और बेटे को अपनी सुरक्षा में रखा है. ऐसी आशंका है कि आरोपी इन पर भी हमला कर सकता है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. एफएसएल की टीम को भी लगाया गया है.
मनोज गुप्ता के दो बेटी और एक बेटा है. बेटियों का कहना है कि पापा शराब पीकर मां के साथ मारपीट करते थे. जिस वक्त घटना को अंजाम दिया गया, लड़कियां घर पर मौजूद थीं. हत्यारे इंस्पेक्टर के बेटे को पुलिस अपने साथ ले गई है. पुलिस को शंका है कि कहीं इंस्पेक्टर मनोज गुप्ता अपने बेटे की भी हत्या ना कर दे. उसका बेटा बिष्टुपुर डीएवी में स्कूल में पढ़ता है.