आकाश यादव: पिता की पिस्तौल से स्कूल में की पहली हत्या, 24 साल की उम्र में बना 'हरियाणा का डॉन'
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: March 7, 2018 07:56 IST2018-03-07T07:56:31+5:302018-03-07T07:56:31+5:30
'हरियाणा का डॉन' के नाम से मशहूर आकाश यादव की उम्र महज 24 साल है। उसने 14 साल की उम्र में स्कूल में पढ़ाई के दौरान एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

आकाश यादव: पिता की पिस्तौल से स्कूल में की पहली हत्या, 24 साल की उम्र में बना 'हरियाणा का डॉन'
नई दिल्ली, 6 मार्च। गुड़गांव के एक रियल स्टेट कारोबारी का 14 वर्षिय बेटा आकाश यादव अपने स्कूल में 0.32 की हैरिसन पिस्तौल लेकर जाता है और अपने सहपाठी छात्र की गोली मारकर हत्या कर देता है। यह बंदूक किसी ओर की नहीं बल्कि उसके पिता की ही थी। आकाश ने इस घटना को 11 नवंबर 2007 को दिया। इसके बाद आकाश को जुवेनाइल केस में तीन साल की सजा सुनाई गई और तीन साल के लिए उसे बाल सुधार गृह भेजा गया।
जेल से छूटने के बाद भी आकाश में कोई सुधार नहीं देखा गया। उसने कथित तौर पर एक और हत्या के मामले में हरियाणा की दो अलग-अलग जेलों में तीन साल गुजारे लेकिन जेल से निकलने पर आकाश के पैर तो जमीन पर थे लेकिन उसके मंसूबे आसमान की बुलंदियों को छू रहे थे। अब वह एक मंझा हुआ गुंडा और एक गिरोह का लीडर बन चुका है।
'हरियाणा का डॉन' के नाम से मशहूर आकाश यादव की उम्र महज 24 साल है। हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, आकाश यादव अब एक गैंग का सरगना बन चुका है। उसे न तो शासन-प्रशासन का डर है न ही कानून का वह बेखौफ होकर संगीन अपराधों अंजाम दे रहा है। उस पर हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं।
आकाश के पिता आजाद सिंह यादव के मुताबिक 11 नवंबर 2007 को हुई उस घटना ने काफी कुछ बदलकर रख दिया। मैं मॉर्निंग वॉक से सुबह के 9.45 बजे लौटा और टेलिविजन टेबल के ड्रावर में रखी अपनी पिस्टल को गायब पाया। पिस्टल न मिलने पर तुरंत स्कूल में फोन किया और अपने बेटों से बता कराने को कहा, लेकिन कुछ देर बाद जो हुआ वह मीडिया की सुर्खियों में छाया रहा।