उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार (18 अक्टूबर) को कुछ बदमाशों ने गला रेतकर निर्मम हत्या की। गला रेतने के बाद उन्हें गोली भी मारी गई। इसके बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हमेशा विवादों में रहने वाले कमलेश तिवारी अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने को लेकर अभियान चलाए हुए थे। उनके ट्विटर पर प्रोफाइल बॉयो में लिखा है- 'अजर हूं,अमर हूं, क्योंकि मैं सनातन हूं'। कमलेश तिवारी इन दिनों योगी आदित्यनाथ की सरकार से नाराज चल रहे थे। उन्होंने कई बार ट्वीट करके अयोध्या और मुसलमानों को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला था।
नाथूराम गोडसे का बनवाने चाहते थे मंदिर
कमलेश तिवारी का विवादों से गहरा नाता था। कमलेश तिवारी ने कहा था कि उन्हें सीतापुर में अपनी पैतृक जमीन पर नाथूराम गोडसे का मंदिर बनवाने का मन है। जिसका उन्होंने सार्वजनिक ऐलान किया था। राम जन्मभूमि मामले में कमलेश तिवारी सुप्रीम कोर्ट में कुछ दिनों तक हिन्दू महासभा की तरफ से पक्षकार भी रहे थे।
पैगंबर के खिलाफ विवादित बयान देकर चर्चा में आए थे कमलेश तिवारी
हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय ने कमलेश तिवारी को फांसी देने की मांग की थी। जिसको लेकर उनको सजा भी हुई थी। फिलहाल कमलेश तिवारी जमानत पर बाहर थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) हटा दिया था।
हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर रखा गया था 51 लाख का इनाम
हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद ट्विटर पर #कमलेश_तिवारी ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक मौलाना कहता हुआ नजर आ रहा है, बिजनौर के मुसलमानों ने हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर 51 लाख का इनाम रखा है।
शिवसेना के अध्यक्ष का करते थे दावा
कमलेश तिवारी खुद को शिवसेना का प्रदेश अध्यक्ष बताते थे। बाद में शिवसेना ने आपत्ति जताई तो चुनाव से पहले उन्होंने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था।
हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी के हत्याकांड के बारे में
लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी को शुक्रवार (18 अक्टूबर) को कुछ बदमाशों ने गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम हत्या की। कमलेश तिवारी की इलाज के दौरान अस्पताल के ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित हिंदू समाज पार्टी कार्यालय में चाय पीने आए बदमाश मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा लाए थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग मिलने आए थे। इन दोनों के हाथ में मिठाई के डिब्बा था। जिसमें हथियार थे। दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनका गला रेता गया और फिर गोली मारकर बदमाश फरार हो गए।
कमलेश को जिसके बाद फौरन ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। मिलने से पहले बदमाशों ने कमलेश तिवारी को फोन कॉल भी किया था। फिलहाल पुलिस उस नंबर को ट्रेस कर रही है जिससे कॉल आई थी। इसके अलावा पुलिस कमलेश के साथ रहने वाले एक लड़के से भी पूछताछ कर रही है।