धोखाधड़ी के आरोपी एफटीएक्स के सह-संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्रॉयड को किया गया एफबीआई के हवाले, न्यूयॉर्क पहुंचे
By आजाद खान | Published: December 22, 2022 10:02 AM2022-12-22T10:02:11+5:302022-12-22T11:01:35+5:30
जानकारी के अनुसार, सैम बैंकमैन-फ्रॉयड ने नासाओ के ओडिसी हवाई अड्डे से कल लगभग 7 बजे फ्लाइट पकड़ चुके थे और वे अब न्यूयॉर्क पहुंच चुके है।
वॉशिंगटन डीसी: क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange) एफटीएक्स (FTX) के मुख्य सूत्रधार सैम बैंकमैन-फ्रॉयड (Sam Banman-Fried) ने बुधवार की रात को अमेरिका के लिए रवाना हो गए है। आपको बता दें कि सैम बैंकमैन-फ्रॉयड पर अमेरिका में फर्जीवाड़े का आरोप है, ऐसे में अब वे एफबीआई के हिरासत में है और अमेरिका रवाना हो गए है।
सैम बैंकमैन-फ्रॉयड के अमेरिका आने की खबर पर बोलते हुए मैनहट्टन यूएस अटॉर्नी डेमियन विलियम्स ने कहा है कि "जितनी जल्दी हो सके" सैम बैंकमैन-फ्रॉयड संघीय न्यायाधीश के सामने पेश हो ताकि कथित जालसाजी और फर्जीवाड़े पर कार्रवाई हो सके। आपको बता दें कि अमेरिका के अनुरोध पर सैम को बहामास में 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था।
ओडिसी हवाई अड्डे से भरी है उड़ान
बताया जा रहा है कि सैम बैंकमैन-फ्रॉयड ने नासाओ के ओडिसी हवाई अड्डे से लगभग 7 बजे उड़ान भरी है और न्यूयॉर्क पहुंचने वाले है। जानकारी के अनुसार, सैम बैंकमैन-फ्रॉयड को स्थानीय पुलिस ने एक काफिले के जरिए एयरपोर्ट के रनवे तक पहुंचाया गया था जिसका कुछ स्थानीय मीडिया ने वीडियो बनाया है।
खबर के अनुसार,अमेरिका में प्रत्यर्पण को रोकने के लिए सैम ने बहामास में मुकदमा करवाया था और बाद वे फिर अमेरिका जाने के लिए तैयार भी हो गए थे। इससे पहले सैम के वकील ने बहामास के जज से कहा है कि सैम अपने पर लगे सभी आरोपों के देखना चाहते है। इसके कुछ घंटे बाद वकील ने कहा कि सैम अमेरिका जाने के लिए तैयार हो गए है। उनके वकील ने यह भी दावा किया कि हामास में सुनवाई के लिए वह इसी हफ्ते वापस भी लौट आएंगे।
सैम पर क्या है आरोप
अमेरिका ने सैम बैंकमैन-फ्रॉयड पर यह आरोप लगाया है कि उन्होंने एफटीएक्स के ग्राहकों के अरबों डॉलर को गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। यही नहीं उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने हेज फंड अलामेडा रिसर्च (Alameda Research) में इन अरबों डॉलर से भरपाई की है।
इन आरोपों पर बोलते हुए सैम ने कहा है कि उन पर गलत इल्जाम लगाए गए है। ऐसे में अमेरिका ने सैम पर लेंडर्स और निवेशकों को गुमराह करने, मनी लॉन्ड्रिंग और अमेरिकी कैंपेन फाइनेंस के कानून के उल्लंघन का आरोप लगा है। आपको बता दें कि सैम की कंपनी दिवालिया घोषित करने से पहले अमेरिकी राजनीतिक में चंदा देने वालों बड़े लोगों में शामिल थे।