पटना:बिहार में बेखौफ जालसाजों के द्वारा अब राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर भी निशाना साधा जाने लगा है। ये जालसाज इतने शातिर हैं कि नीतीश कुमार की आवाज निकालते हैं और जनता दरबार के नाम पर फरियादियों को फोन कर उनसे पैसे ट्रांसफर कराते हैं। चूंकि नीतीश कुमार की आवाज होती है तो लोगों को शक भी नहीं होता है। इसके बाद भोले-भाले लोग इस जाल में फंसकर अपना नुकसान करा बैठते हैं।
बताया जाता है कि जालसाजों के द्वारा फरियादियों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर काल कर उनकी समस्या सुनते हैं और दस दिनों के अंदर उसके समाधान का आश्वासन देते हैं। इसके लिए दस से 20 मिनट के अंदर सेवा शुल्क 55 सौ रुपये ऑनलाइन जमा करने को कहा जाता है। इन जालसाजों के झांसे में जो आते हैं वे 55 सौ रुपये गवां देते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर थाना के सिकंदरपुर के रहने वाले मिंटू उपाध्याय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में अपनी फरियाद सुनाने के लिए आठ अप्रैल को ऑनलाइन आवेदन किया। इसमें उसने भूमि विवाद, शांति भंग व भू-माफिया के आतंक से मुक्त कराने की मांग की। इस ऑनलाइन आवेदन को लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार से तो फोन नहीं आया, लेकिन ये जालसाज दो बार कॉल कर चुके हैं।
एक कॉल 14 अप्रैल को आया था और चार मई को उन्हें फ्रॉड का दूसरा फ़ोन भी आ गया। हालांकि ये जालसाज फरियादी मिंटू उपाध्याय को अपना निशाना नहीं बना सके। इस संबंध में डीपीआरओ ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में रजिस्ट्रेशन करने या अपनी फरियाद सुनाने के लिए कोई सेवाशुल्क नहीं है।
फरियादियों को बस कुछ प्रक्रिया फॉलो करना पड़ता है, जिसके बाद विहित प्रक्रिया के तहत जनता दरबार से बुलावा आता है। फरियादियों को मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक पहुंचाने में जिला प्रशासन भरपूर मदद करता है। उन्होंने बताया कि अगर पैसे की डिमांड को लेकर ऐसा कोई फ्रॉड कॉल आता है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।