बेंगलुरुः मुंबई पुलिस ने बुल्ली बाई ऐप मामले में एक संदिग्ध आरोपी को बेंगलुरु से हिरासत में लिया है। उसे मुंबई ले जाया जा रहा है। वह बुल्ली बाई के पांच फॉलोअर्स में से एक है। उसकी गिरफ्तारी की संभावना है।
मुंबई साइबर पुलिस ने 'बुली बाई' ऐप बनाने वाले और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। विवाद तब शुरू हुआ, जब सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें उनके सोशल मीडिया अकाउंट से एकत्र की गईं। कम से कम 100 प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें एक ऐप पर अपलोड किए जाने पर मचे बवाल के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया है।
उन्होंने कहा कि धारा 354-डी (महिलाओं का पीछा करना), 500 (मानहानि के लिए सजा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की अन्य धाराओं के तहत यह मामला शनिवार को दर्ज किया गया। उन्होंने कहा, "साइबर पुलिस के पश्चिमी क्षेत्र ने ट्विटर हैंडल के संचालकों और गिटहब पर डाले गए 'बुली बाई' ऐप तैयार करने वालों के (डेवलपर) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।" शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को मुंबई पुलिस और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव दोनों को ‘बुली बाई’ ऐप ‘फ्लैग’ किया और कार्रवाई की मांग की थी।
वैष्णव ने रविवार को ट्वीट किया, "भारत सरकार इस मामले में दिल्ली और मुंबई में पुलिस संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है।" मुंबई पुलिस ने कहा था कि उन्होंने मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। ‘बुली बाई’ ऐप पर तस्वीरें अपलोड करने की घटना पिछले वर्ष जुलाई में ‘‘सुल्ली डील्स’’ पर तस्वीरें अपलोड करने के समान है।
दोनों ऐप एक जैसा ही काम करते हैं। ऐप को खोलने पर एक मुस्लिम महिला की तस्वीर बुली बाई के तौर पर सामने आती है। ट्विटर पर अधिक फॉलोवर वाली मुस्लिम महिलाओं, जिनमें पत्रकार भी शामिल है, की चुनिंदा तरीके से उनकी तस्वीरें अपलोड की गई हैं। दिल्ली पुलिस ने विवादास्पद मोबाइल ऐप ‘बुली बाई’ बनाने वालों के बारे में गिटहब प्लेटफॉर्म से और ऐप के बारे में सबसे पहले पोस्ट करने वाले शख्स के बारे में ट्विटर से जानकारी मांगी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने ट्विटर से ‘बुली बाई ऐप’ से साझा की गयी किसी भी ‘आपत्तिजनक सामग्री’ को उसके प्लेटफॉर्म से हटाने और उस पर रोक लगाने को भी कहा है। इस ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें ‘नीलामी’ के लिए डाली गयी हैं जिनमें कुछ प्रतिष्ठित नाम भी शामिल हैं। ऐप बनाने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बढ़ती मांग और आक्रोश उपजने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा था कि सरकार दिल्ली और मुंबई में पुलिस के साथ काम कर रही है जहां इस संबंध में मामले दर्ज किये गये हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि गिटहब ने ऐप को अपलोड करने वाले उपयोगकर्ता को ब्लॉक कर दिया है और साइबर सुरक्षा पर देश की नोडल एजेंसी ‘कम्प्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल’ (सीईआरटी) और पुलिस मिलकर आगे की कार्रवाई पर सलाह-मशविरा कर रहे हैं।