रामपुरहाटः पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में हुई हिंसा में झुलसी एक महिला की सोमवार को एक अस्पताल में मौत हो गई। इसके साथ ही इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नौ मृतकों में से सात महिलाएं और दो बच्चे हैं।
अधिकारी ने कहा, “महिला नजमा बीबी 65 प्रतिशत तक जल गई थी। उसकी हालत कल रात बिगड़ गई, जिसके बाद उसे रामपुरहाट सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया। आज सुबह उसकी मौत हो गई।” उसी अस्पताल में एक बच्चे समेत तीन लोगों का इलाज चल रहा है।
मामले की जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारी रविवार को नजमा का बयान नहीं दर्ज कर पाए क्योंकि उसकी हालत नाजुक थी। सीबीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम उससे बात नहीं कर पाए क्योंकि उसकी हालत ठीक नहीं थी। उस रात हुए हमले और हत्या के बारे में वह बहुत कुछ बता सकती थी।”
बीरभूम हिंसा मामले की जांच कर रही सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के गिरफ्तार नेता अनारुल हुसैन और अन्य आरोपियों से पूछताछ की और हिंसा में घायल हुए लोगों के बयान भी दर्ज किए। शुक्रवार को यहां पहुंचे सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) दिल्ली के विशेषज्ञों ने 21 मार्च की रात हुई घटना के बाद से वीरान पड़े बोगतुई गांव में घटनास्थल से नमूने एकत्र किये।
सीबीआई अधिकारियों ने यहां पास के गांव का भी दौरा किया, जहां एक स्थानीय टीएमसी पंचायत नेता की हत्या के बाद कुछ घरों में आग लगा दी गई थी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। सीआरपीएफ कर्मियों की एक टीम केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान कर रही है। इससे पहले राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी जांच कर रही थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा निर्देश दिये जाने के कुछ घंटों के भीतर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अनारुल हुसैन को सुबह रामपुरहाट थाने से सीबीआई कैंप कार्यालय ले जाया गया और एजेंसी के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि रामपुरहाट ब्लॉक-1 के पूर्व टीएमसी अध्यक्ष हुसैन से दो अन्य आरोपियों के साथ पूछताछ की गई।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हिंसा की हालिया घटना को रोकने में कथित लापरवाही को लेकर गम्भीर आलोचनाओं का सामना कर रही प्रदेश पुलिस का मजबूती से बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि एक या दो व्यक्तियों की गलती के लिए पूरी पुलिस बिरादरी के अच्छे कार्यों को नकारा नहीं जा सकता।
राज्य के गृह (पुलिस) विभाग का प्रभार संभालने वाली ममता बनर्जी ने कहा कि एक स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या के बाद बोगतुई गांव में हुई आगजनी और हिंसा को रोकने के लिए कथित तौर पर समय पर कदम न उठाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।