पिता की नौकरी हथियाने के लिए बेटे की ओछी हरकत, जानकर हर बेटा होगा शर्मसार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: April 27, 2018 16:04 IST2018-04-27T16:04:16+5:302018-04-27T16:04:16+5:30
पवन कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो रहा था। लेकिन वह आज तक कोई परीक्षा पास नहीं कर पाया। इसी बीच उसके पिता की रेलवे से नौकरी से रिटायरमेंट की तारीख आ गई।

पिता की नौकरी हथियाने के लिए बेटे की ओछी हरकत, जानकर हर बेटा होगा शर्मसार
पटना, 27 अप्रैलः अपने पिता की रेलवे विभाग की नौकरी पाने के लिए बेटे ने ओछी हरकत की। सरकारी नियमों के अनुसार अगर रिटायर होने से पहले अगर किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है कि तो वह नौकरी कई बार बेटे को मिल जाती है। इसी नियम को ध्यान रखकर एक बेटे ने अपनी पिता की हत्या की साजिश रच डाली।
यह मामला बिहार के मुंगेर का है। यहां ईस्ट कॉलोनी निवासी रेलवे कर्मचारी ओम प्रकाश मंडल को उनके ऑफिसर्स क्लब रोड स्थित दफ्तर में जाकर गोली मारी गई। हालांकि तत्काल उनके सहकर्मियों ने अस्पताल पहुंचा दिया। इससे उनकी जान बच गई। फिलहाल उनका इलाज रेलवे अस्पताल में चल रहा है।
लेकिन मामले में चौंकाने वाली बात मामले की छानबीन के बाद पुलिस ने बताई। जानकारी के अनुसार ओम प्रकाश मंडल की हत्या की साजिश रेलवे में नौकरी पाने के लिए उनके पवन प्रकाश मंडल ने ही की थी। मामले में अब तक दो शूटर गिरफ्तार हो चुके हैं। ईस्ट कॉलोनी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से शूटर रवि रंजन (31) को रामपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। इसके बाद मिली जानकारी से पुलिस ने दूसरे शूटर सुनील मंडल और ओम प्रकाश के बेटे पवन मंडल को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार आगामी 30 अप्रैल को ओम प्रकाश मंडल रेलवे की नौकरी से रिटायर होने वाले थे। लेकिन उनका बेटा इससे पहले ही उनकी हत्या करा देना चाहता था। ताकि उनकी नौकरी उसे मिल जाए। इसलिए उसने दो लाख रुपये की सुपारी देकर पिता को मारना चाहा।
ईस्ट कॉलोनी के एचएसओ मोहम्मद अली साबरी के मुताबिक पवन ने दो कॉन्ट्रैक्ट किलर को पिता को मारने की सुपारी दी थी। बतौर सुपारी राशि 1 लाख रुपये बदमाशों को दिए भी थे। जबकि सौदा 2 लाख में तय हुआ था। मामले में अभी तक दो अन्य आरोपी विकी और जुगनू फरार है। पुलिए उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
प्रतियोगी परीक्षाओं में फेल होने से परेशान था पिता की सुपारी देने वाला बेटा
एचएसओ मोहम्मद अली साबरी के मुताबिक, 'पवन कई सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो रहा था। लेकिन वह आज तक कोई परीक्षा पास नहीं कर पाया। इसी बीच उसके पिता की रेलवे से नौकरी से रिटायरमेंट की तारीख आ गई। वे 30 अप्रैल को रिटायर होने वाले हैं इसलिए 28 वर्षीय पवन ने उनकी हत्या का प्लान बनाया।