बिहार पुलिसः जक्कनपुर थानाध्यक्ष कमलेश प्रसाद शर्मा के अलग-अलग ठिकानों पर छापा, पत्नी के पास 2.3 करोड़ की संपत्ति, 11 बैंक खातों की जानकारी
By एस पी सिन्हा | Updated: October 31, 2021 16:14 IST2021-10-31T16:13:04+5:302021-10-31T16:14:12+5:30
भागलपुर, बांका, बेगूसराय, पटना, एसटीएफ, नालंदा, गया एवं अपराध अनुसंधान विभाग में पदस्थापित रहा है. साल 2014 में प्रमोशन से इंस्पेक्टर हो गया था.

कई तरह के दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
पटनाः बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के द्वारा जारी अभियान में बिहार पुलिस का एक इंस्पेक्टर लपेटे में आ गया है. पटना में थानेदारी के जरिए कितनी संपत्ति बनाई जा सकती है, इसका अंदाजा शायद ही आम लोगों को होगा.
लेकिन आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने जब जक्कनपुर थानाध्यक्ष कमलेश प्रसाद शर्मा के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा तो इकाई के अधिकारियों के होश उड़ गए. ईओयू इकाई को खुद अंदाजा नहीं था कि थानेदार कमलेश प्रसाद शर्मा ने इतनी अकूत संपत्ति जमा कर रखी है. जांच में इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद शर्मा और इनकी पत्नी रश्मि शर्मा के के पास 2 करोड़ 3 लाख 25 हजार 170 रुपए की चल-अचल संपत्ति मिली है. 11 बैंक खातों की जानकारी मिली है जिनमे 92 लाख 80 हजार 770 रुपए जमा हैं.
तलाशी के दौरान ईओयू की टीम को पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ अन्य जगहों पर निवेश के कागजात भी मिले हैं. कमलेश प्रसाद शर्मा के बैंक खातों को फ्रीज करने का निर्देश दिया गया है. दरअसल, ईओयू को गुप्त सूचना मिली थी कि जक्कनपुर के थानाध्यक्ष के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर आय से अधिक की संपति अर्जित की गई है.
सत्यापन के क्रम में इस तथ्य की पुष्टि होने पर उसके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया. शर्मा इसके पहले भागलपुर, बांका, बेगूसराय, पटना, एसटीएफ, नालंदा, गया एवं अपराध अनुसंधान विभाग में पदस्थापित रहा है. कमलेश प्रसाद शर्मा को कुछ दिन पहले ही जक्कनपुर थाने का थानाध्यक्ष बनाया गया है.
इससे पहले वे बख्तियारपुर थाने में तैनात थे. लेकिन पटना के एसएसपी उपेन्द्र शर्मा के कृपा से पटना शहर के सबसे कमाऊ थाने की थानेदारी पाने में सफल रहे. ईओयू के द्वारा की गई छापेमारी में यह पता चला है कि थानेदार कमलेश प्रसाद शर्मा के पटना के आरा गार्डन में दो फ्लैट हैं. यह दोनों फ्लैट उनकी पत्नी रश्मि शर्मा के नाम पर है.
श्रेया अपार्टमेंट स्थित फ्लैट संख्या 104 और आर्केड रेजिडेंसी स्थित फ्लैट संख्या 401 पर भी छापेमारी की गई थी. इसके अलावे जक्कनपुर थाना क्षेत्र उनके आवास, सारण के मकेर स्थित पैतृक आवास पर भी की आयु की अलग-अलग टीमों ने छापेमारी की. यहां से भी कई तरह के दस्तावेज बरामद किए गए हैं.
शुरुआती जांच के मुताबिक कमलेश कुमार शर्मा की अनुमानित आय तकरीबन एक करोड़ से ज्यादा पाई गई है, जबकि कुल चल-अचल संपत्ति दो करोड़ तीन लाख से ज्यादा पाई गई है. साल 1994 में कमलेश प्रसाद शर्मा ने बतौर सब इंस्पेक्टर बिहार पुलिस में ज्वाइन किया था. साल 2014 में इनका प्रमोशन इंस्पेक्टर में हो गया था.
सैलरी के रूप में अब तक करीब 1 करोड़ 88 लाख 41 हजार 215 रुपए की आमदनी इन्हें हुई है. सूत्रों की मानें तो कमलेश शर्मा के ऊपर विभाग की नजर तभी पड गई थी जब वह बख्तियारपुर में तैनात थे. इस दौरान ही उनके ऊपर जमीन की दलाली करने के आरोप लगे थे. बाद में उन्हें जक्कनपुर थाने की कमान दे दी गई.
ईओयू के एडीजी नैयर हसैनन खान के अनुसार 11 बैंक खाता के अलावा इनके पास से पोस्ट ऑफिस व दूसरे जगहों पर निवेश के कई दस्तावेज मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है. इनके सारे बैंक खातों को फ्रीज करवा दिया गया है. इनके चल-अचल संपत्ति को खंगाला जा रहा है. आरोप है कि बख्तियारपुर में थानेदारी करते हुए इंस्पेक्टर ने वहां प्लॉट भी खरीद रखा है.