पटना: बिहार के भागलपुर की छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर विदेशों में बैठे ग्राहकों को ऑनलाइन बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है, जिसका सुराग खुफिया विभाग के अधिकारियों को तकनीकी निगरानी में इस बात की जानकारी मिली है कि बच्चों के अश्लील वीडियो ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं।
खूफिया सूत्रों के अनुसार इस गलत धंधे में लगे साइबर शातिर फर्जी आइडी से लिए गये सिमकार्ड का इस्तेमाल कर थाईलैंड, सिंगापुर, लाओस, फिलिपींस, स्वीडन, चेकेस्लोवाकिया जैसे देशों में ग्राहकों को अश्लील वीडियो और फोटो भेज रहे हैं।
इस काले धंधे के अश्लील वीडियो और फोटो भागलपुर के हबीबपुर, मुंगेर के जमालपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर के पते पर बनाए गए ई-मेल आइडी का प्रयोग कर उसे विदेशों में बैठे ग्राहकों को ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं। अश्लील फोटो और वीडियो की कीमत लेने के लिए भी शातिर डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रहे हैं।
खूफिया अधिकारी यह पता लगाने में सफल हुए हैं कि इस गलत काम में लगे साइबर शातिर अपने आइडी से खास कोड हैवेन जोड़ा हुआ है, जिसे देख विदेश में बैठे ग्राहकों को अश्लील सामग्री की पहचान कर उन्हें डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं। इस काले धंधे में तकनीकी रूप से दक्ष स्थानीय लड़कों के शामिल होने की बात कही जा रही है, जिससे लाखों रुपये की कमाई की जा रही है।
खूफिया विभाग के अधिकारियों ने संभावना जताई है कि ऑनलाइन अश्लील सामग्री देश और विदेश में बैठे ग्राहकों को भेजने के लिए इनका तगड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। खुफिया अधिकारियों ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी है। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़े इस मामले में पुलिस बच्चों के अश्लील वीडियो भेजने वालों की पहचान सामने लाते हुए जल्द ही आइटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज कर सकती है।
इस संबंध में पूछे जाने पर डीआईजी भागलपुर सुजीत कुमार ने बताया कि ऐसी आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दक्ष टीम हमारे पास है, जिन्हें ऐसे मामले सामने आने पर जांच के लिए लगाया जाएगा।