पटनाः बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद जहरीली शराब से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आये दिन किसी ना किसी इलाके से जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौतों की खबरें आती रहती हैं। इसी कड़ी में सारण (छपरा) जिले में जहरीली शराब के सेवन से अभी तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि यह आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है। एक साथ इतने लोगों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। इसमें सबसे अधिक जिले के मसरख निवासी लोगों की मौत हुई है। यहां के 10 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत हुई है। जबकि अमनौर के तीन एवं मढ़ौरा के एक व्यक्ति शामिल है। जबकि आधा दर्जन से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल एवं पीएमसीएच में चल रहा है।
हालांकि, जिला प्रशासन की तरफ से शराब पीने से मौत की पुष्टि नहीं की गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतकों ने सोमवार की देर शाम में शराब पीया था। गंभीर रुप से बीमार लोगों का इलाज सदर अस्पताल, छपरा और पीएमसीएच, पटना में चल रहा है। घटना के बाद पुलिस भी सक्रिये हो गई है।
वहीं, इसुआपुर थाना क्षेत्र में भी जहरीली शराब से मौत हुई है। इस घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने मसरख हनुमान चौक स्टेट हाईवे-90 पर शव को रखकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी किया। पुलिस प्रशासन इस घटना पर कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है। सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पूरे मामले की अभी पड़ताल की जा रही है।
घटना के बाद से ही सदर अस्पताल में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। उधर, इतनी संख्या में मौत के बाद प्रभावित गांव में मातम छाया हुआ है और परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। सभी लोग सोमवार की शाम में एक जगह पर शराब पी रखी थी। इसके बाद मंगलवार के दिन से उनकी हालत बिगड़ने लगी।
शाम में सभी को मसरख स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इस घटना में मृतकों की पहचान मुकेश शर्मा (30 वर्ष) पुत्र- बच्चा शर्मा, हनुमानगंज थाना, मसरख, सारण,अमित रंजन (38 वर्ष) पुत्र- दिजेंद्र कुमार सिंह, डोईला, थाना इसुआपुर, सारण,संजय सिंह (45 वर्ष) पुत्र- वकील सिंह, डोइला, थाना इसुआपुर, सारण, विजेन्द्र यादव (46 वर्ष) पुत्र- स्व. नरसिंह राय, डोईला, थाना इसुआपुर, जारण, रामजी साह (55 वर्ष) पुत्र- गोपाल साह, शास्त्री टोला, थाना मरारक, सारण,कुणाल कुमार सिंह (38 वर्ष) पुत्र- भदु सिंह, मसरख यदु मोड़, थाना मसरख, सारण, नासिर हुसैन (42 वर्ष) पुत्र- समसुद्दीन, मसरख तख्त, थाना मसरख, सारण,जयदेव सिंह (43 वर्ष) पुत्र- बिंदा सिंह, गांव बेंग छपरा, थाना मसरक, सारण,रमेश राम- 42 वर्ष-कन्होया राम -गांव बेंग छपरा, थाना मसरक, सारण,चंद्रमा राम (48 वर्ष) पुत्र- स्व. जीताराम, मसरख, थाना मसरक, सारण, विक्की महतो (42 वर्ष) पुत्र -सुरेश महतो, मढ़ौरा, सारण के अलावे अन्य लोग शामिल हैं।
तीन लोगों की पहचान नही हो सकी है। बता दें कि सारण जिले में जहरीली शराब पीने से पहले भी कई मौत हो चुकी है। मगर अभी तक प्रशासन के द्वारा बड़ी सख्ती अवैध शराब बनाने और बेचने वालों पर नहीं की गई। वहीं इस मामले पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि एसपी के द्वारा उन्हें 6 के मौत की जानकारी दी गई है।
इस मामले में 3 की गिरफ्तारी हुई है। प्राथमिकी दर्ज कर छापेमारी की जा रही है और जल्द ही सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो सदस्यों ने बिहार के सारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की मौत का मुद्दा उठाते हुए इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी है जिससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उसके कारण शराब का अवैध व्यापार होता है और लोगों की मौत होती है जो चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मृत्यु के मामले आते हैं और ‘‘पूरे बिहार में मातम का माहौल है’’।
रूड़ी ने कहा कि गुजरात में भी शराबबंदी है लेकिन वहां नकली शराब पीने से मौत का एक भी मामला नहीं आता क्योंकि सरकार की नीयत साफ है। बिहार के सारण से लोकसभा सदस्य जनार्दन सिग्रीवाल ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए दावा किया कि उन्हें सूचना मिली है कि उनके संसदीय क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों अस्पतालों में हैं।