पटना, 27 जुलाईः बिहार के गया जिले के गया शहर का प्रतिष्ठित गया कॉलेज। अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर ने एमए कर रही छात्रा से प्रोजेक्ट बनवाने और फर्स्ट डिवीजन दिलवाने के नाम पर अश्लील बातें की। छात्रा ने जब कॉल रिकॉर्ड करने की बात कही तो प्रोफेसर साहब ने फोन काट दिया। प्रोफेसर की इस हरकत की शिकायत छात्रा ने परिजनों से की। तब परिजन के साथ छात्रा रामपुर थाना पहुँचकर प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
इधर, प्रोफेसर की हरकत की जानकारी मिलते ही आक्रोशित छात्रों ने गया कॉलेज में हंगामा शुरू कर दिया है। अंग्रेजी से एमए कर रही छात्र विभाग के प्रोफेसर वकार अहमद की देखरख में प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। 24 जुलाई की दोपहर प्रोफेसर ने छात्रा को फोन कर रिपोर्ट के बारे में जानकारी ली। इसके बाद 30 जुलाई को घर पर आने के लिए कहा। प्रोफेसर द्वारा कहा गया है कि फर्स्ट क्लास लाना है तो इसकी कीमत चुकानी होगी।
छात्रा ने जब पैसे की बात की तो कहा गया कि उन्हें पैसे नहीं चाहिए। घर आने पर सब बता देंगे। इस घटना के सिलसिले में कॉलेज परिसर में छात्रों ने जम कर हंगामा किया और आरोपित प्रोफेसर पर कठोर कार्रवाई की मांग भी की। बाद में प्राचार्य ने छात्रों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। उधर, छात्रा ने प्रोफेसर द्वारा उसके मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो भी पुलिस को सौंप दिया है। जिसमें प्रोफेसर को उससे अच्छा नंबर देने के लिए अश्लील बातें करते हुए सुना जा सकता है। छात्रा ने पुलिस को बताया कि अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद वकार अहमद ने प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर उससे उसका मोबाइल नंबर लिया था। उसके बाद वह नंबर बढाने के लिए अश्लील बातें करने लगे। जबकि उसने प्रोफेसर को फोन पर ही बताया कि आपकी बातचीत फोन में रिकॉर्ड कर रही हूं। इसकी शिकायत थाने में करूंगी। छात्रा ने बताया कि इस पर प्रोफेसर ने उसकी लाइफ बर्बाद करने की भी धमकी दी। प्रोफेसर ने मदद की बात कह कर 24 जुलाई को पहला फोन 1.53 दोपहर में किया था। 24 की ही शाम को 6.05 बजे फिर फोन किया। 25 जुलाई को दोपहर 1.39 बजे फिर फोन कर प्रोफेसर ने फर्स्ट क्लास मार्क्स के लिए छात्रा से घर आने की बात कही। तब छात्रा ने पूछा कि घर आकर वह क्या करेगी? तो प्रोफेसर ने कहा, 'हमारी इच्छा पूरी करोगी तो पैरवी कर नंबर बढवा देंगे'
26 जुलाई को छात्रा ने कॉलेज के अपने साथियों को इस बात की जानकारी दी। साथी छात्रों ने छात्रा से इसकी शिकायत थाने में करने की सलाह दी। इसके बाद कुछ छात्रों के साथ छात्रा रामपुर थाने पहुंची। रामपुर थाने पहुंचने पर छात्रा को जमादार गोपाल मिश्र ने पहले समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि केस दर्ज करने पर बार-बार गवाही देने जाना पड़ेगा। इसलिए प्रोफेसर को बुला कर माफी मंगवा दिया जाता है।
प्रोफेसर और छात्रा के बीच बातचीत के कुछ अंशः-
छात्रा- हैलो सर.प्रोफेसर - और सब ठीक है? वहां पर अकेले हो या और कोई है?छात्रा- नहीं. हैं तो अकेले ही.प्रोफेसर- और सब? किया था फोन तुमको, तुम फोन नहीं उठाये. तुम बोले थे न कि बाद में फोन कीजियेगाछात्रा- अच्छा, हम ध्यान नहीं दिये. हमको लगा कि.....प्रोफेसर- ध्यान नहीं दोगी तो कैसे काम चलेगा.छात्रा- हां सर.प्रोफेसर- और सब?छात्रा- प्रोफेसर- इंटरनेट से निकाली थी? जो निकालना था.छात्रा- अभी कहां निकाला सर? अभी फुर्सत में नहीं हूं. अभी तो...प्रोफेसर- कुछ ऐसी बात नहीं है न. हम बात करते हैं तो कोई बोलते नहीं हैं न?छात्रा- क्या?प्रोफेसर- फोन करते हैं, तो कोई बोलता नहीं है न? छात्रा- मतलब ?प्रोफेसर- अरे फोन करते हैं तो तुमको कोई ऑब्जेक्शन तो नहीं होता है न? हम यही पूछ रहे हैं.छात्रा- आप टीचर हैं सर, क्या ऑब्जेक्शन होगा.प्रोफेसर- और सब? छात्रा- ठीक है.प्रोफेसर- उम्मीद रखें ना? छात्रा- क्या सर?प्रोफेसर- उम्मीद रखे ना?छात्रा- किस चीज का सर?प्रोफेसर- अरे 30 को आवेगी सब मैटेरियल लेकर?छात्रा- जी.प्रोफेसर- मैटेरियल सब निकाल के इंटरनेट से तब आओगी न?छात्रा- जी सर.प्रोफेसर- अरे तुम तो ऐसा अचंभा कर रही हो.......छात्रा- याद नहीं रहता है ठीक से......प्रोफेसर- अरे कितना बार याद करोगी? अचंभा करती हो. क्लास में फर्स्ट क्लास चाहती हो न?छात्रा- क्या?प्रोफेसर- फर्स्ट क्लास?छात्रा- क्या?प्रोफेसर- अरे तुमको फर्स्ट क्लास मार्क्स चाहिए ना? इ पूछ रहे हैंछात्रा- फर्स्ट क्लास?प्रोफेसर- हैलो फर्स्ट क्लास चाहिए तुमको मार्क्स?छात्रा- हां सर.प्रोफेसर- हां तो उसके लिए कुछ करोगी तब न?छात्रा- क्या करना पड़ेगा सर?प्रोफेसर- पैरवी करना न होगा.छात्रा- पैरवी मतलब, पैसा वगैरह कितना लगेगा?प्रोफेसर- पैसा नहीं भाई, ऐसे ही.छात्रा- ऐसा कैसे सर?प्रोफेसर- ऐसा करने के लिए तुमको समझना होगा. कैसी लडकी हो तुम. दुत......प्रोफेसर- अरे तुम बच्चा की तरह बात करती हो. लगता है तुमको कुछ समझ में नहीं आ रहा है.छात्रा- क्या बोले सर? कुछ समझ में नहीं आया. फिर से बोलिये ना कुछ समझ में नहीं आया.प्रोफेसर- कल हम तुमको क्या बोला था?छात्रा- क्या बोले थे? कल की बात हम कुछ समझे नहीं कि पैरवी के लिए हमको क्या करना पडेगा?प्रोफेसर- हमको जिसमें इंटररेस्ट है वह तुम करोगी तो होगा.......छात्रा- क्या?प्रोफेसर- अच्छा तुम आवेगी तो बात करेंगे. 30 को आवेगी?छात्रा- कहां 30 को कॉलेज में?प्रोफेसर- घर पर. कॉलेज में कैसे चेक करेंगे. वहां सब लोग आता-जाता रहता है. वहां एसी वगैरह लग रहा है ना. डिपार्टमेंट में. इसीलिए घर में ही बैठेंगे....छात्रा- अच्छा, अच्छा.प्रोफेसर- तुमको सब अच्छी तरह से समझाया था कि आ जाना......छात्रा- हमको समझ में नहीं आया. हमको लगा कि सब्जेक्ट के लिए बोले हैं तो... पैरवी के लिए आप बोले नहीं थे. आप बोले थे कि हेल्प कर देंगे.प्रोफेसर- तुम केवल मतलब-मतलब करती हो.छात्रा- क्लीयर बताइयेगा तब ना.प्रोफेसर- अरे सेक्स वगैरह होता है नाछात्रा- क्या?प्रोफेसर- अरे छोडो.छात्रा- आपको पता है आप क्या बोल रहे हैं?प्रोफेसर- हां क्या बोल रहे हैं.छात्रा- आपको पता है आप क्या बोल रहे हैं?प्रोफेसर- आवेगी तब हम बतायेंगे.छात्रा- ऐसा क्या है सर, आप भी ऐसा क्या बतियाते हैं.....प्रोफेसर- हम तो तुमसे दोस्त की तरह बात कर रहे हैं, स्टूडेंट की तरह नहीं. जहां हो, वहां काम करो. चलो हटाओ. जो नंबर आयेगा, सो आयेगा, है ना. तो कल निकल रही हो?छात्रा- हां सर, आप क्या बोल रहे हैं, हमको समझ में नहीं आ रहा है. हम कॉल रेकॉर्डिंग करके आपसे बात करते तो समझ में आयेगा कि आप क्या बोल रहे हैं.प्रोफेसर- हटाओ, ये सब मैटर खत्म करो. हटाओ.छात्रा- ऐसे कैसे छोड दें सर. आपने पैरवी करने के लिए कहा है ना तो हमको भी कुछ करना होगा ना.प्रोफेसर- नहीं छोडो. जैसा नंबर आयेगा तो आयेगा.छात्रा- अभी तो आपकी बात पर ध्यान देना पडेगा, ध्यान देते हैं.प्रोफेसर- ध्यान नहीं देती हो.छात्रा- नहीं सर अच्छे से ध्यान देंगे सर, हमको समझ में नहीं आया था सर, अब समझ में आया है,प्रोफेसर- आ गया समझ में?छात्रा- अच्छे से समझ में आ गया सर.प्रोफेसर- आ गया?छात्रा- हां सर आपका कॉल हम रेकॉर्डिंग कर रहे हैं सर. कॉलेज व गार्जियन को बताते हैं कि आप क्या बोले हैं.प्रोफेसर- कहना, ऐसे ही फोन किये थे कि हम हेल्प करेंगे और क्या?छात्रा- हां सर, आप टीचर हैं तो आपको हेल्प तो करना ही चाहिए. आपके अंडर में हमको प्रोजेक्ट बनाना है तो हमको कुछ करना ही पडेगा.प्रोफेसर- सब लोग किया है, तुम भी करोगी....छात्रा- हां सर.प्रोफेसर- लास्ट इयर उनलोगों ने हेल्प किया था.छात्रा- ऐसे ही हेल्प किये थे?प्रोफेसर- और क्या?छात्रा- लडकियों का कि लडकों का भी?प्रोफेसर- लडका- लडकी दोनों.छात्रा- अच्छा.प्रोफेसर- कब तुम बात करोगी, ऐसे ही गपशप के लिए.छात्रा- अच्छा, ठीक है सर हम आते है डिपार्टमेंट में तो बताते हैं.प्रोफेसर- अच्छा, डिपार्टमेंट में नहीं, घर ही आओ ना. डिपार्टमेंट में सब कुछ देख नहीं पाते हैं.छात्रा- हूं-हूं.प्रोफेसर- यहीं आओ 28 या 29 को. 29 को आओछात्रा- पहले हमको डिपार्टमेंट में जाना पडेगा सर फिर आयेंगे. वहां मेरी एक फ्रेंड आ रही है पैकेज लेके. फिर आते हैं.प्रोफेसर- क्या?छात्रा- पैकेज सर, जो आप दिये हैं न उसी का पैकेज.प्रोफेसर- हूं.छात्रा- मेरी एक सीनियर वहां से एमए की हैं. वहां से हम कुछ डिस्कशन किये हैं उनके बादप्रोफेसर- अरे तुम ना...छात्रा- आपका तो कुछ समझ में नहीं आया सर. पैरवी के लिए हमको क्या करना पडेगा. सर, कुछ समझ में नहीं आया.प्रोफेसर- टॉपिक के लिए मेरे पास तो मैटेरियल है ही.छात्रा- आपके पास है ना सर, आप हेल्प करेंगे न सर?प्रोफेसर- निश्चित हेल्प कर देंगे, बदले में...छात्रा- अच्छा -अच्छा, बदले में हमको भी हेल्प करना पडेगा, जैसा आप चाहेंगे वैसा?प्रोफेसर- तुम चाहोगी तब ना?छात्रा- ऐसे मतलब क्या करना पडेगा?प्रोफेसर- अच्छा, चलो अभी जल्दी क्या है, अभी तो इसमें एक महीना काम चलेगा, है ना?छात्रा- अच्छा-अच्छा.प्रोफेसर- तुम अबतक नहीं समझी.छात्रा- सर, हम दोबारा सुनके आपको फोन करते हैं...प्रोफेसर- अरे कितना देर में बताओगी...छात्रा- देखते हैं, आपका कॉल रेकार्डिंग सुनके, जितना समय लग जाये...प्रोफेसर- रेकॉर्डिंग कैसे करती हो, उसमें आवाज है?छात्रा- हां, क्यों नहीं सर, इसमें एंड्रॉयड फोन है...प्रोफेसर- अच्छा तो फिर फोन करो, आधा घंटा में?छात्रा- क्या सर?प्रोफेसर- आधा घंटा में करोगी फोन?छात्रा- हां-हां करते हैं.प्रोफेसर- चलो ठीक है.छात्रा- ठीक है सर.छात्रा ने यह टेप थाने को भी दिया है. पुलिस के अनुसार मामले की जांच की जा रही है. इसके बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
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