पटना: बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार अभियान में कई भ्रष्ट अधिकारी सरकार के राडार पर हैं. इसी कड़ी में निगरानी विभाग ने पूर्णिया के जिला अवर निबंधक उमेश प्रसाद सिंह के दो ठिकानों पर छापेमारी की है. शुरुआती तलाशी में ही अकूत संपत्ति का पता चला है.
मूल रूप से भोजपुर जिला के रहने वाले रजिस्ट्रार उमेश प्रसाद सिंह ने सेवा काल के चंद वर्षों के अंदर ही पटना के अजंता कॉलोनी में आलीशान तीन मंजिला मकान बनवा लिया है.
बताया जाता है कि राजीव नगर स्थित घर पहुंची तो वह भी हैरान रहे गई क्योंकि सामने कोई घर नहीं, बल्कि पूरा महल तैयार किया गया था. इस महल के निर्माण का काम अभी चल ही रहा है. निर्माण को जितना भव्य तरीके से तैयार कराया जा रहा है. उसे देखने के बाद यह अनुमान लगाना कठिन है कि यह किसी सरकारी नौकरी करनेवाले ने बनवाया है.
अमलेश कुमार सिंह के इस घर के मेन गेट पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं. जबकि घर के अंदर के साज सजावट पर भी भारी निवेश किया गया है. छापेमारी दल में शामिल अधिकारियों के मुताबिक जब टीम के सदस्यों ने उनके आलीशान मकान में छापेमारी की तो इस मकान की शान और शौकत देख सभी की आंखे खुली की खुली रह गई.
कमरों की बनावट से लेकर बाथरूम और किचन मानो किसी सुपर स्टार होटल की हो. चौंकानेवाली बात यह है कि अमलेश कुमार सिंह दस साल पहले ही इस नौकरी में आए थे. इसके बाद से वह अपने लिए अवैध संपत्ति अर्जित करने में ही खुद को व्यस्त रखा.
राजीव नगर स्थित उनके इस आवास से लाखों रूपए नगद और एक किलो सोना मिलने की बात बताई जा रही है. इसके साथ ही जमीन के कई कागजात भी मिले हैं.