Bihar CHO Exam 2024 Update: बिहार में राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आयोजित कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) की परीक्षा प्रश्नपत्र लीक होने की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ा खुलासा किया है। पेपर लीक से जुड़े माफिया ने 100 करोड़ रुपए कमाने का टारगेट फिक्स कर दिया था। जांच में सामने आई है कि इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। परीक्षा माफिया रविभूषण और अतुल प्रभाकर ने परीक्षा कराने वाली कंपनी वी शाइन टेक प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। इन लोगों ने परीक्षा के लिए 12 केंद्रों को फिक्स किया था और हर केंद्र से 4-4 लाख रुपये वसूले थे। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि ऑनलाइन सेंटर का ऑडिट नहीं की गई थी। उन जगहों पर भी सेंटर बनाये गए जो कि ब्लैकलिस्टेड थे।
इन तथ्यों के सामने आने के बाद पुलिस ने परीक्षा के लिए सेंटर आवंटित करने वाली संस्था को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इस जांच में कई और बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद कई और राज पर से पर्दा उठ सकता है। ईओयू की जांच में पता चला है कि माफियाओं ने पुलिस से बचने के लिए दो स्तर की सुरक्षा लाइन तैयार कर रखा।
एक सेंटर के लिए थे तो दूसरा अभ्यर्थियों के लिए जारी किया गया था ताकि पुलिस की चहलकदमी की तुरंत पता चल जाए। लेकिन, पुलिस को इसकी पहले ही भनक लग गई थी। यही कारण था कि पुलिस पहले सादे लिबास में पहुंचकर सारे साक्ष्य को एकत्रित किए फिर उसने छापेमारी कर इसमें संलिप्त लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
पटना के जिन 12 सेंटरों पर परीक्षा थी, इसमें से अधिकतर का ऑडिट ही नहीं हुआ था। सूत्रों के अनुसार माफियाओं से संकेत मिलने पर कुछ सेंटर को परीक्षा से एक या दो दिन पहले मेल कर सूचना दी गई थी। एक सेंटर को 20 लाख में मैनेज किया गया था। परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से 5-5 लाख रुपए में डील हुई थी।
इन सभी से टोकन मनी के रूप में 25 से 50 हजार रुपए लिए गए थे। बचे हुए पैसा बाद में देना था। बाकी के पैसे परीक्षा देने के बाद देने थे। सेंटर देने के बदले परीक्षा करा रही कंपनी वी शाइन टेक प्राइवेट लिमिटेड को भी माफियाओं ने एक बड़ी रकम दी थी।