बिहार में 'काला सोना', उड़द दाल पर नजर, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रहा है कोसी का दियारा
By एस पी सिन्हा | Updated: September 29, 2021 19:43 IST2021-09-29T19:42:22+5:302021-09-29T19:43:12+5:30
बिहार का मामलाः काला सोना (उड़द दाल) लूट की कड़ी में पिछले दिनों दो किसानों का अपहरण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिये जाने के बाद से किसान दहशत में हैं.

दियारा के किसानों के लिए कलाई उड़द की खेती बेहद उपजाऊ है.
पटनाः बिहार में कटिहार जिले का दियारा इलाकों में गोलियों की तड़तड़ाहट की गूंज से किसान दहशत में हैं. दरसल, कटिहार में काला सोना कहे जाने वाले कलई (उड़द दाल) फसल की होने वाली लूट को लेकर गैंग सक्रिए हो गया है.
काला सोना (उड़द दाल) लूट की कड़ी में पिछले दिनों दो किसानों का अपहरण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिये जाने के बाद से किसान दहशत में हैं. दियारा में हो रही इन घटनाओं से दहशत में जी रहे किसानों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस इलाके में पिछले एक हफ्ता में दो बड़ी वारदात से दियारा का इलाका दहला हुआ है.
फसल लूट को लेकर अब अपराधी गिरोहों के द्वारा लगातार हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाया जा रहा है. इसी कड़ी में अपराधी गिरोहों वर्चस्व की लड़ाई को उभार दिया है. जिस तरह से इन दोनों घटनाओं को अंजाम दिया गया है, उसके बाद जिले की पुलिस के सामने इन्हें नियंत्रित करना बड़ी चुनौती बनता दिख रहा है. यहां यह भी कहा जा सकता है कि दियारा इलाके में अपराधी आउट ऑफ कंट्रोल हो गये हैं.
कह ही अपराधियों के द्वारा दियारा क्षेत्र में अपने वर्चस्व दिखाने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग किया गया था. इस दौरान पुलिस ने अपराधियों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए जमकर गोलियां बरसाईं. हालांकि इसमें घायल होने की सूचना नहीं है. फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. यहां उल्लेखनीय है कि दियारा के किसानों के लिए कलाई उड़द की खेती बेहद उपजाऊ है.
लेकिन पहले तो इस कलाई के कटनी के समय विवाद हुआ करता था और रंगदारी की बात सामने आता है. मगर इस बार फसल रोपणी करते ने के दौरान ही दियारा में अपराधियों का तांडव जारी हो गया है. हालांकि पुलिस कैंप अस्थाई रूप से बनाए जाने से किसानों को कुछ तो राहत मिली है, लेकिन वे लोग भी चाहते हैं कि इस इलाके में स्थाई रूप से पुलिस कैंप बैठे ताकि गरीब मजदूर किसान बेहतर ढंग से खेती कर सकें.