भदोही: कानपुर में 3 जुलाई को हुई घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। इस बीच सोमवार रात भदोही जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुआ, जिसमें 50 हजार का इनामी बदमाश दीपक गुप्ता मारा गया, जबिक एक बदमाश भागने में कामयाब हो गया। इस एनकाउंटर में क्राइम ब्रांच प्रभारी अजय सिंह सेंगर के घायल हो गये हैं। यह घटना भदोही के चकिया गांव हुआ।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इसके अलावा मृतक के साथ दूसरा अपराधी भागने में सफल रहा, उसे पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए बदमाश दीपक गुप्ता पर कई जिलों में संगीन धाराओं में 14 मुकदमे दर्ज हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम और पुलिस ने ऐसे चलाया ऑपरेशन
यह ऑपरेशन तब शुरू हुआ जब रात करीब डेढ़ बजे सुरियावां थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम चकिया गांव के पास चेकिंग कर रही थी। तभी दो बदमाश बाइक से जा रहे थे और पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच बदमाश भागने लगें। इस बीच बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 50 हजार का इनामी बदमाश दीपक गुप्ता मारा गया और साथी अपराधी भाग निकला। इस मुठभेड़ में एक पुलिस कर्मी घायल हो गया, जिसका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है।
कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद
3 जुलाई की रात को उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम विकास दुबे के आवास पर छापा मारने गई थी। जिसके बाद वहां मुठभेड़ हुई जिसमें तीन अधिकारियों सहित आठ पुलिस वालों की की मौत हो गई थी। विकास दुबे घटना के बाद से फरार है। पुलिस के मुताबिक कानपुर देहात के बिकरू गांव में अपराधी विकास दुबे के आवास पर गोलीबारी होने पर दुबे और उसके गुर्गों के साथ तीनों गिरफ्तार लोगों ने हाथापाई की। पुलिस ने कहा कि वे मुठभेड़ के दौरान दुबे को पुलिस कर्मियों के स्थान के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे। तीनों का नाम एफआईआर में बढ़ाया गया है। इन तीनों पर पुलिस कर्मियों की हत्या की साजिश में शामिल और अपराधियों का सहयोग करने का आरोप है।