राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) की टीम ने रविवार (18 नवंबर) की रात अमृतसर में हुए बम धमाके के मौके का मुवायना किया। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार के अनुसार एनआईए की टीम ने पंजाब के डीजीपी और डीजी इंटेलीजेंस से भी इन बम धमाकों के बारे में चर्चा की। इस धमाके में तीन लोगों की मौत हो गयी और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गये।
रविवार को पंजाब में अमृतसर के बाहरी इलाके में एक धार्मिक समागम में हुए ग्रेनेड हमला मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई। परिसर के मुख्य गेट पर तैनात निरंकारी पंथ के स्वयंसेवक गगन के बयान पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। मरने वालों में मुख्य उपदेशक भी शामिल हैं।
अमृतसर के राजा सांसी के समीप अदलिवाला गांव में निरंकारी भवन में निरंकारी पंथ के धार्मिक समागम के दौरान यह विस्फोट हुआ। यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के समीप है। बाइक पर आये दो लोगों ने ग्रेनेड फेंका था। उनके चेहरे ढंके हुए थे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को अमृतसर में एक धार्मिक समागम में हुए हमले की निंदा की और विस्फोट में लोगों की मौत पर शोक जताया।
राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘अमृतसर में हुए हमले की ख़बर से बहुत आहत हूं। इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम होगी। मृतकों के परिवार के प्रति मैं अपनी गहरी शोक और संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी हमले की निंदा की और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की।
उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘अमृतसर में निरंकारी भवन में विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं। विस्फोट में अपना जीवन गंवा चुके लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। लोगों से अनुरोध और अपील करता हूं कि वे शांतचित्त रहें और शांति बनाये रखें। आतंकी ताकतें अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं होंगी।’’
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)