एक माह पहले बना था डबल मर्डर का प्लान सुपारी किलर को 5 हजार रुपए दिए थे एडवांस
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 24, 2019 19:46 IST2019-11-24T19:46:17+5:302019-11-24T19:46:17+5:30
पुलिस के गहराई से जांच नहीं किए जाने से सच्चाई बाहर नहीं आई. पंकज ने यह बात रत्नमाला को बताई. इसके बाद से दोनों के बीच अरुण तथा उसके परिवार को सबक सिखाने का मार्ग खोजा जा रहा था.

सीसीटीवी से पुलिस को अरुण के साथ किसन विश्वकर्मा दिखाई दिया था.
ऑटो चालक अरुण खोब्रागड़े और उसके भाई के हत्या की एक माह पहले ही योजना बनाई गई थी. हत्या के हफ्ते भर पहले ही सुपारी किलर किसन विश्वकर्मा को 5 हजार रुपए एडवांस के तौर पर दिए गए थेे. पुलिस ने अरुण की हत्या के आरोपियों को 27 नवंबर तक हिरासत में लिया है.
ज्ञात हो कि ऑटो चालक अरुण खोब्रागड़े की हत्या के आरोप में रत्नमाला गणवीर, उसकी बेटी शुभांगी गणवीर, भाई पंकज खोब्रागड़े तथा शुभांगी के प्रेमी अमन उर्फ किसन विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया गया है. अरुण की 16 नवंबर की रात वाठोड़ा थाने के तहत तरोड़ी में हत्या की गई थी.
सीसीटीवी से पुलिस को अरुण के साथ किसन विश्वकर्मा दिखाई दिया था. जांच में किसन परिसर में ही किराये से रहने का पता चला. उसे रत्नमाला तथा शुभांगी द्वारा कमरा किराये पर दिलाए जाने का पता लगने से पुलिस दोनों के पास पहुंची थी. इसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझी थी.
अब तक की जांच के अनुसार पंकज और रत्नमाला के भाई अविनाश ने चार माह पहले भांडेवाड़ी स्थित घर में फांसी लगाई थी. कलमना पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया था. पंकज को संदेह था कि अरुण और उसके परिजनों ने अविनाश की गला घोटकर हत्या की है. इसके बाद शव को फांसी से लटकाकर खुदकुशी का रूप दे दिया.
पुलिस के गहराई से जांच नहीं किए जाने से सच्चाई बाहर नहीं आई. पंकज ने यह बात रत्नमाला को बताई. इसके बाद से दोनों के बीच अरुण तथा उसके परिवार को सबक सिखाने का मार्ग खोजा जा रहा था. एक माह पहले उन्होंने अरुण तथा उसके भाई शेषराव की हत्या करने का तय किया. गोपनीयता के लिहाज से स्थानीय अपराधी की बजाय बाहरी व्यक्ति को सुपारी देने का फैसला किया.