यमुना का जलस्तर 56 साल में सबसे निचले स्तर पर: चड्ढा

By भाषा | Published: July 12, 2021 09:53 PM2021-07-12T21:53:11+5:302021-07-12T21:53:11+5:30

Yamuna's water level at its lowest level in 56 years: Chadha | यमुना का जलस्तर 56 साल में सबसे निचले स्तर पर: चड्ढा

यमुना का जलस्तर 56 साल में सबसे निचले स्तर पर: चड्ढा

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नयी दिल्ली, 12 जुलाई दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सोमवार को कहा कि वजीराबाद बैराज पर यमुना नदी का जलस्तर 56 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है क्योंकि हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी रोक दिया है।

वजीराबाद तालाब की स्थिति की समीक्षा करने के बाद चड्ढा ने कहा कि हरियाणा दिल्ली का कम से कम 120 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रति दिन) पानी नहीं छोड़ रहा है और इससे राष्ट्रीय राजधानी में पानी का संकट पैदा हो गया है।

उन्होंने कहा, "हरियाणा से कम पानी की आपूर्ति के कारण दिल्ली में जल शोधन संयंत्र कम क्षमता पर काम कर रहे हैं।"

चड्ढा ने कहा, "हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी रोक दिया है, जिससे यमुना सूख गई है... इतनी सूख गई है कि इसे क्रिकेट या हॉकी के मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। वजीराबाद बैराज में पानी का स्तर 1965 के बाद से इतना कम कभी नहीं हुआ था।"

उन्होंने कहा, "दिल्ली एक लैंडलॉक शहर है और पानी की आपूर्ति के लिए अपने पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है। उत्तर प्रदेश हमें गंगा नदी के पानी की आपूर्ति करता है, जबकि हरियाणा यमुना का पानी छोड़ता है, हमें पंजाब से भाखड़ा नांगल (बांध) के माध्यम से कुछ पानी मिलता है। पानी के सबसे बड़े हिस्से की हरियाणा द्वारा आपूर्ति की जाती है।"

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने कहा कि अगर यमुना में जल स्तर एक फुट और नीचे चला जाता है, तो इससे राजधानी में तबाही मच सकती है।

उन्होंने कहा कि यह 7.5 फुट नीचे चला गया है क्योंकि हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से के पानी को रोक दिया है। भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार को दिल्ली को 120 एमजीडी पानी का उसका अपना उचित हिस्सा लौटाना चाहिए।

उन्होंने कहा, "हाथ जोड़कर, मैं हरियाणा सरकार से विनती करता हूं, कृपया दिल्ली के नागरिकों को उनके वाजिब हिस्से का पानी दें। उच्चतम न्यायालय ने आपको कानूनी आधार पर पानी की आपूर्ति करने का आदेश दिया था। आप मानवीय आधार पर भी इसकी आपूर्ति करें।"

चड्ढा ने कहा कि हरियाणा में पर्याप्त बारिश हुई है और राज्य की नदियों का जल स्तर जरूरत से ज्यादा है।

दिल्ली जल बोर्ड ने रविवार को उच्चतम न्यायालय का रुख कर हरियाणा को राजधानी के उचित हिस्से का पानी छोड़ने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।

डीजेबी इस गर्मी में शहर के निवासियों को 1,150 एमजीडी की मांग के मुकाबले 945 एमजीडी पानी की आपूर्ति कर रहा है।

इस समय दिल्ली को हरियाणा से 609 एमजीडी के बजाए सिर्फ 479 एमजीडी पानी मिल रहा है। इसके अलावा, शहर 90 एमजीडी जल भूजल से प्राप्त करता है और ऊपरी गंगा नहर से 250 एमजीडी पानी प्राप्त करता है।

चड्ढा ने कहा कि हरियाणा में 120 एमजीडी पानी रोके जाने से यमुना पूरी तरह से सूख गई है और विभिन्न जल शोधन संयंत्रों की परिचालन क्षमता 40 से 50 प्रतिशत तक कम हो गई है।

उन्होंने कहा कि चंद्रावल जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) सामान्य 90 एमजीडी के मुकाबले 55 एमजीडी क्षमता पर काम कर रहा है। इसी तरह, वजीराबाद डब्ल्यूटीपी और ओखला डब्ल्यूटीपी क्रमशः 135 एमजीडी और 20 एमजीडी की अपनी सामान्य क्षमता के मुकाबले 80 एमजीडी और 12 एमजीडी क्षमता पर काम कर रहे हैं।

चड्ढा ने बताया कि मध्य दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और एनडीएमसी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है। एनडीएमसी क्षेत्र में राष्ट्रपति भवन, उच्चतम न्यायालय, प्रधानमंत्री आवास और दूतावास सहित कई महत्त्वपूर्ण संस्थान स्थित हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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