हमें सिडनी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ लिफ्ट साझा करने की अनुमति नहीं थी: अश्विन

By भाषा | Published: January 25, 2021 07:31 PM2021-01-25T19:31:27+5:302021-01-25T19:31:27+5:30

We were not allowed to share the lift with Australian players in Sydney: Ashwin | हमें सिडनी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ लिफ्ट साझा करने की अनुमति नहीं थी: अश्विन

हमें सिडनी में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ लिफ्ट साझा करने की अनुमति नहीं थी: अश्विन

googleNewsNext

नयी दिल्ली, 25 जनवरी अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खुलासा किया कि सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के साथ लिफ्ट साझा करने की अनुमति नहीं थी और टीम के लिए इसे ‘पचा पाना काफी मुश्किल था’।

हाल ही में संपन्न हुई चार मैचों की श्रृंखला का तीसरा टेस्ट सिडनी क्रिकेट मैदान पर खेला गया था। पूरे दौरे के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ी और सहयोगी सदस्य कोविड-19 महामारी से उत्पन्न खतरे के कारण एक ही जैव सुरक्षित माहौल (बायो-बबल) में थे।

अश्विन ने क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के साथ बातचीत में अपने ‘यू-ट्यूब चैनल’ पर कहा, ‘‘ हम सिडनी पहुंचे तो उन्होंने हमें कड़े प्रतिबंधों के साथ रखा। सिडनी में एक अनोखी घटना घटी हुई। ईमानदारी से कहूं तो यह अजीब था। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों एक ही बायो-बबल में थे। लेकिन जब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लिफ्ट में थे, तो वे भारतीय खिलाड़ियों को इसके अंदर जाने की अनुमति नहीं देते थे।’’

अश्विन ने कहा, ‘‘ हमें उस समय बहुत बुरा लगा। हम एक ही बबल में थे। लेकिन आप लिफ्ट में जाते हैं और उसी बबल में रहने वालों के साथ उस जगह को साझा नहीं कर सकते। हमारे लिए इसे पचाना बहुत मुश्किल था।’’

इस टेस्ट मैच के दौरान भारतीय तेज गेंदबाजों मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को दर्शकों से नस्लीय टिप्पणी का सामना भी करना पड़ा था।

अश्विन ने हनुमा विहारी के साथ पांच घंटे से अधिक देर तक बल्लेबाजी कर मैच ड्रा कराने में अहम भूमिका निभाई थी।

इसके बाद ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर खेले गये आखिरी टेस्ट में टीम ने चौथी पारी में 328 रन के लक्ष्य को हासिल कर रिकार्ड जीत दर्ज की। इस मैदान पर 32 साल के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने इस जीत के साथ श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की थी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in app