Highlightsदेश के सबसे उम्रदराज प्रथम श्रेणी क्रिकेटर वसंत रायजी का 100 साल की उम्र में देहांत हो गयावसंत रायजी 40 के दशक में 9 प्रथम श्रेणी मैच खेले, 68 के उच्चतम स्कोर के साथ बनाए 277 रन
भारत के सबसे उम्रदराज प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रहे वसंत रायजी का शनिवार तड़के निधन हो गया। रायजी 100 साल के थे और उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियों हैं।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके दामाद सुदर्शन नानावती ने बताया, "उनका (रायजी) दक्षिण मुंबई के वालकेश्वर में अपने घर में सोते समय रात 2.20 बजे अधिक वृद्धावस्था की वजह से निधन हो गया।"
26 जनवरी 1920 को जन्मे दाएं हाथ के बल्लेबाज़ रायजी ने 1939 से 1950 के बीच नौ प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 277 रन बनाए और उनका सर्वाधिक स्कोर 68 रन था। उन्होंने अपने करियर में दो अर्धशतक जड़े और ये दोनों ही उन्होंने 1944 में बड़ौदा के लिए खेलते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ बनाए थे।
क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के लिए किया था रायजी ने डेब्यू
उन्होंने अपना डेब्यू क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया टीम के लिए किया था, जो 1939 में नागपुर में सेंट्रल प्रोविंसेज और बेरार के लिए खेलती थी। उनका मुंबई के लिए डेब्यू 1941 में तब हुआ, जब टीम विजय मर्चेंट के नेतृत्व में पश्चिमी भारत के लिए खेली।
रायजी साथ ही एक क्रिकेट इतिहासकार और चार्टर्ड अकाउंटेंट भी थे, जब भारत ने दक्षिण मुंबई स्थित बॉम्बे जिमखाना में अपना पहला टेस्ट मैच खेला तो वह 13 साल के थे।
रायजी के 100वें जन्मदिन पर उनसे मिलने गए थे सचिन तेंदुलकर
रायजी ने इसी साल 26 जनवरी को अपना 100वां जन्मदिन मनाया था और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने रायजी से मिलकर उन्हें जीवन का शतक पूरा करने के लिए शुभकामनाएं दी थीं।
रायजी ने लाला अमरनाथ, विजय मर्चेंट, सीके नायडू और विजय हजारे जैसे महान खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया, उन्होंने कई किताबें भी लिखी। रायजी के निधन पर बीसीसीआई ने शोक व्यक्त किया है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, वसंय रायजी का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर दक्षिण मुंबई स्थित चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर किया जाएगा।