क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा का हत्यारोपी गिरफ्तार

By भाषा | Published: July 18, 2021 08:10 PM2021-07-18T20:10:12+5:302021-07-18T20:10:12+5:30

The killer of cricketer Suresh Raina's uncle arrested | क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा का हत्यारोपी गिरफ्तार

क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा का हत्यारोपी गिरफ्तार

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बरेली (उत्तर प्रदेश), 18 जुलाई भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सुरेश रैना के फूफा की हत्या में शामिल एक आरोपी को रविवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने गांव में छुपकर रह रहा था।

एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक सत्य सेन यादव ने बताया कि एसटीएफ की बरेली क्षेत्रीय इकाई को सूचना मिली थी कि पंजाब के पठानकोट में क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के घर में घुसकर डकैती डालने और कुमार की हत्या करने वाले गिरोह का एक सदस्य बरेली जिले के बहेड़ी थाना क्षेत्र स्थित अपने गांव पचपेड़ा में छुप कर रह रहा है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने इस सूचना को पंजाब पुलिस से साझा किया और उसकी एक टीम के साथ संयुक्त अभियान में छज्जू उर्फ छैमार नामक व्यक्ति को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया।

उल्लेखनीय है कि क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के पठानकोट के फरियाल गांव में स्थित मकान में 19/20 अगस्त 2020 की रात को घर में घुसे लुटेरों ने छत पर चढ़कर वहां सो रहे लोगों को डंडों से पीटा था। गंभीर रूप से घायल अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उनके बेटे कौशल कुमार ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था।

छज्जू उर्फ छैमार ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि वह और उसके साथी मोहब्बत, शाहरुख, राशिद, आमिर और तीन महिलाओं के साथ शाहपुर कौड़ी पंजाब में रहकर चादर व फूल बेचते थे। उसने एसटीएफ को बताया कि इन लोगों के पास एक टेंपो था जिससे वे क्षेत्र में महिलाओं के साथ घूम कर रैकी करते थे। उसने एसटीएफ को बताया कि महिलाएं वारदात वाले दिन दिन फूल बेचने के बहाने अशोक कुमार के घर में घुस गई और जानकारी इकट्ठा कर ली इसके बाद अपने गिरोह के सदस्यों को सारी जानकारी दे दी। छज्जू ने बताया कि रात में उसके गिरोह के सदस्य वारदात को अंजाम देकर घर में रखा जेवर और नकदी लूट कर भाग गए।

छज्जू ने बताया कि वारदात के बाद वह वहां से भागकर हैदराबाद चला गया और कुछ दिन बाद वहां से लौटकर बरेली स्थित अपने गांव आकर रहने लगा था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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