रॉबिन्सन प्रभाव : भविष्य के खिलाड़ियों के सोशल मीडिया इतिहास की समीक्षा कर सकता है इंग्लैंड

By भाषा | Published: June 4, 2021 12:35 PM2021-06-04T12:35:06+5:302021-06-04T12:35:06+5:30

Robinson effect: England may review social media history of future players | रॉबिन्सन प्रभाव : भविष्य के खिलाड़ियों के सोशल मीडिया इतिहास की समीक्षा कर सकता है इंग्लैंड

रॉबिन्सन प्रभाव : भविष्य के खिलाड़ियों के सोशल मीडिया इतिहास की समीक्षा कर सकता है इंग्लैंड

googleNewsNext

लंदन, चार जून इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प ने कहा है कि तेज गेंदबाज ओली रॉबिन्सन के लिंगभेद और नस्लवाद से जुड़ी पुरानी पोस्ट के चर्चा में आने के बाद उनका क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में चुनने से पहले सोशल मीडिया के उनके इतिहास की समीक्षा कर सकता है।

न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले 27 वर्षीय रॉबिन्सन के कारण तब विवाद पैदा हो गया जब 2012—13 में ट्विटर पर लिंगभेद और नस्लवाद से जुड़ी उनकी पोस्ट सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गये।

थोर्प ने इस मामले पर​ टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह के विवाद से बचने के लिये भविष्य में खिलाड़ी के सोशल मीडिया इतिहास की जांच करने के अधिक प्रयास किये जाएंगे।

उन्होंने बीबीसी से कहा, ''यह स्पष्ट रूप से ऐसा मामला है जिस पर गौर करने की आवश्यकता है ताकि कल जैसी नौबत फिर नहीं आये। ''

रॉबिन्सन ने बाद में एक किशोर के रूप में लिखी गयी इन पोस्ट के लिये माफी मांगी थी।

थोर्प ने कहा कि यह तेज गेंदबाज अपनी गलती से वाकिफ था और उसने ड्रेसिंग रूम में भी अपने कृत्य के लिये माफी मांगी।

उन्होंने कहा, ''अपने ड्रेसिंग रूम में हमें उसका समर्थन करना था। कल का दिन उसके लिये काफी मुश्किल भरा था। उसने ड्रेसिंग रूम में माफी मांगी और ​दुनिया से माफी मांगी। इस नजरिये से यह उसके लिये बहुत मुश्किल था लेकिन वह जानता था कि उसने गलती की है।''

रॉबिन्सन ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में 75 रन देकर चार विकेट लिये।

इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) रॉबिन्सन के कृत्यों की जांच कर रहा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in app