जब मैं उसके साथ पहली बार खेला तो वह काफी युवा था। उसने जो कुछ हासिल किया और जो उपलब्धियां हासिल कर रहा है, उसे मैंने बहुत प्रेरणा के साथ देखा।’’ द्रविड़ ने कहा कि कोहली का लंबा करियर और तीनों प्रारूप में उपलब्धियां पर्दे के पीछे के बलिदान और कड़ी मेहनत का परिणाम हैं। उन्होंने कहा,‘‘मैं नहीं जानता था कि यह उनका 500वां अंतरराष्ट्रीय मैच है। मेरे लिए सबसे अच्छी बात यह है कि मैं उनके पर्दे के पीछे के प्रयासों और कड़ी मेहनत को देखता हूं जिसे कोई नहीं देख रहा होता है।