डेरेन सैमी ने अब शेयर किया वीडियो, सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ियों पर लगाए नस्लवाद के आरोप

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी पहले भी आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने के दौरान खुद को कालू बुलाए जाने का दावा कर चुके हैं...

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: June 9, 2020 11:03 AM2020-06-09T11:03:51+5:302020-06-09T11:09:24+5:30

'You know who you are, I deserve apology': Darren Sammy posts video on facing 'degrading' slur at SRH | डेरेन सैमी ने अब शेयर किया वीडियो, सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ियों पर लगाए नस्लवाद के आरोप

डेरेन सैमी के मुताबिक उन्हें कालू कहकर बुलाया जाता था।

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Highlightsमुझे सनराइजर्स के लिए खेलने के दौरान कालू बुलाते थे: डेरेन सैमीडेरेन सैमी बोले, अब इस शब्द का मतलब जानकार मैं सच में बहुत गुस्सा हूं।

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी के मुताबिक उन्हें 2013 और 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए नस्लवाद का सामना करना पड़ा था। हालांकि साथी खिलाड़ी रहे पार्थिव पटेल, इरफान पठान और वेणुगोपाल राव ने उनके इस दावे को खारिज कर दिया है।

अब सैमी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह एक बार फिर सनराइजर्स हैदराबाद खेमे पर नस्लवाद का आरोप लगाते दिखे। सैमी ने कहा, ''मैं हसन मिन्हाज को सुन रहा था कि कैसे उनकी संस्कृति के कुछ लोग काले लोगों का वर्णन करते हैं। मैंने जब इस शब्द का मतलब जाना तो मैंने कहा था कि मैं गुस्से में हूं। इस शब्द का अर्थ का पता लगा तो मुझे यह अपमानजनक लगा था। तुरंत मुझे याद आया जब मैं सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेला था, तब मुझे ठीक वही शब्द कहा जा रहा था जो हमें काले लोगों के लिए अपमानजनक है।''

'मुझे अब समझ में आया 'कालू' का मतलब': सैमी ने कुछ दिन पहले अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा था, "ओह तो इसका ये मतलब था जब वे मुझे और तिसारा परेरा को सनराइजर्स के लिए खेलने के दौरान कालू बुलाते थे। मुझे लगा कि वे मुझे मजबूत व्यक्ति कह रहे हैं। मेरी पिछली पोस्ट ने इसका कुछ और मतलब बताया अब ये जानकर मैं गुस्सा हूं।"

इरफान पठान बोले- आईपीएल में नहीं होती नस्लवादी टिप्पणी: इरफान पठान ने सैमी के दावों को तो खारिज किया था, लेकिन माना कि ये घटनाएं घरेलू क्रिकेट में असामान्य नहीं हैं।

पठान ने कहा, "मैं वहां 2014 में उनके (सैमी) के साथ था। मुझे लगता है कि अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो इस बात की चर्चा हुई होती। तो मैं ऐसी चीजों से अवगत नहीं हूं क्योंकि इन चीजों के बारे में कभी चर्चा नहीं हुई थी।"

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