World Cup: क्या है आंद्रे रसेल के खिलाफ टीम इंडिया का गेम प्लान, युजवेंद्र चहल ने दिया यह जवाब

भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का मानना है कि टी20 लीग में जबर्दस्त बल्लेबाजी करने वाले आंद्रे रसेल समेत कैरेबियाई बल्लेबाजों के लिए भारत के खिलाफ विश्व कप के मैच में ‘परिस्थितिजन्य दबाव’ अलग किस्म का होगा।

By भाषा | Updated: June 24, 2019 15:11 IST

Open in App
ठळक मुद्देयुजवेंद्र चहल ने कहा हमारे पास आंद्र रसेल के लिए रणनीति है।चहल ने कहा, रसेल आक्रामक बल्लेबाज है, लेकिन हमने उसे काफी गेंदबाजी की है।भारत-वेस्टइंडीज के बीच मैच 27 जून को मैनचेस्टर में खेला जाएगा।

मैनचेस्टर, 24 जून। भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का मानना है कि टी20 लीग में जबर्दस्त बल्लेबाजी करने वाले आंद्रे रसेल समेत कैरेबियाई बल्लेबाजों के लिए भारत के खिलाफ विश्व कप के मैच में ‘परिस्थितिजन्य दबाव’ अलग किस्म का होगा। वेस्टइंडीज सेमीफाइनल में प्रवेश की दौड़ से लगभग बाहर है और रसेल की चोट ने उसकी समस्याएं और बढा दी है।

अब तक विश्व कप के चार मैचों में छह से कम की औसत से सात विकेट ले चुके चहल ने कहा, ‘‘हमने रणनीति बनाई है। रसेल आक्रामक बल्लेबाज है, लेकिन हमने उसे काफी गेंदबाजी की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपने देश के लिए खेलना आईपीएल खेलने से एकदम अलग है। इसमें मैच जीतने का दबाव उन पर भी उतना ही होगा जितना हम पर है। वे जीत के लिए बेचैन हैं और फॉर्म वापिस पाने की कोशिश में जुटे हैं। हालात एकदम अलग हैं।’’

रसेल चोट के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछला मैच नहीं खेले। चहल ने कहा, ‘‘रसेल चार बल्लेबाजों के आउट होने के बाद आते हैं और उन्हें भी पता है कि ऐसे हालात में कैसे खेलना है। हम भी मैच के मुताबिक रणनीति बनाएंगे।’’

अफगानिस्तान के खिलाफ कम स्कोर वाले मैच में भारतीय गेंदबाजों ने अपनी उपयोगिता साबित की। चहल ने कहा, ‘‘हमने 230 से कम रन बनाए थे जिसके नकारात्मक और सकारात्मक दोनों पहलू हैं। इस तरह के मैच जीतने पर हौसला मिलता है कि हम कम स्कोर वाले मैच भी जीत सकते हैं।’’

उन्होंने कठिन पिच पर अर्धशतक बनाने वाले केदार जाधव की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘पहली पारी में केदार की बल्लेबाजी शानदार थी जब पिच टर्न ले रही थी। हमें लगा कि हम 270 के करीब रन बना लेंगे, लेकिन उन्होंने इतनी अच्छी गेंदबाजी की कि हम 30-40 रन पीछे रह गए।’’

चहल ने कहा, ‘‘गेंदबाजी में हमारा लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा डॉट गेंद डालने का था ताकि आखिरी ओवरों में उन्हें छह या सात की औसत से रन बनाने हों। कई बार आप 350 रन बनाकर भी हार जाते हैं और कई बार 250 रन बनाकर भी जीत जाते हैं, यह मानसिकता की बात है।’’

टॅग्स :आईसीसी वर्ल्ड कपयुजवेंद्र चहलआंद्रे रसेलभारतीय क्रिकेट टीमवेस्टइंडीज क्रिकेट टीम

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या