नयी दिल्ली, 15 जुलाई भारतीय स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पदोन्नति नहीं देने के लिये हरियाणा सरकार की आलोचना की जबकि राज्य पुलिस ने उनकी खेल उपलब्धियों की वजह से ही उन्हें नियुक्त किया था।
आठ खिलाड़ी हरियाणा राज्य सरकार से ‘लंबित पदोन्नति’ के लिये कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं जिन्हें राज्य पुलिस में उनकी खेल उपलब्धियों के लिये एक दशक पहले डीएसपी पद पर रखा था।
विजेंदर भी उन 12 खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें इस पद पर नौकरी दी गयी लेकिन अब वह हरियाणा पुलिस के लिये काम नहीं करते। पहलवान योगेश्वर दत्त और हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह ने राजनीति में उतरने का फैसला किया और अब ये राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के साथ हैं।
विजेंदर ने ट्वीट किया, ‘‘पिछली सरकार ने पदक विजेता खिलाड़ियों को नौकरियां दीं लेकिन मौजूदा सरकार खिलाड़ियों को पदोन्नति देने के लिये तैयार नहीं है। क्या यह बड़े दावे करने वाली सरकार की सच्चाई है? एक तरफ तो ‘चीयर4इंडिया’ और दूसरी तरफ खिलाड़ियों की अनदेखी, अब अदालत से ही उम्मीद है। ’’
जिन खिलाड़ियों को पदोन्नति का इंतजार है उसमें टी20 विश्व कप विजेता पूर्व क्रिकेटर जोगिंदर शर्मा, महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान सुरिंदर कौर और ममता खरब, पुरूष हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदार सिंह, राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की पदक विजेता पहलवान गीतिका जाखड़ और ओलंपियन मुक्केबाज अखिल कुमार और जितेंदर कुमार शामिल हैं।
कानूनी प्रक्रिया की जानकारी रखने वाले एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘‘अभी यह मामला पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में है। मई में हुई पिछली सुनवाई में हरियाणा सरकार ने जवाब देने के लिये और समय मांगा था। सुनवाई की अगली तारीख 20 अगस्त है तब राज्य सरकार के इस मामले में अपना पक्ष बताने की उम्मीद है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।