JNU मामले पर बोले सुनील गावस्कर, देश मुश्किल में लेकिन हम पहले भी संकट से बाहर निकले हैं

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सबसे पहले जामिया मिलिया विश्व विद्यालय में विरोध देखने को मिला जबकि जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय (जेएनयू) में नकाबपोश लोगों ने हिंसा फैलाई।

By भाषा | Updated: January 11, 2020 20:48 IST

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महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शनिवार को भरोसा जताया कि भारत देश भर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन से बने मौजूदा ‘मुश्किल’ हालात से उबर जाएगा जैसे अतीत में वह कई संकट की स्थितियों से निपटने में सफल रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में देश भर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है।

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सबसे पहले जामिया मिलिया विश्व विद्यालय में विरोध देखने को मिला जबकि जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय (जेएनयू) में नकाबपोश लोगों ने हिंसा फैलाई। गावस्कर ने 26वें लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान के दौरान कहा, ‘‘देश मुश्किल में है। हमारे कुछ युवा सड़कों पर उतरे हुए हैं जबकि उन्हें अपनी कक्षाओं में होना चाहिए। सड़कों पर उतरने के लिए उनमें से कुछ को अस्पताल जाना पड़ा।’’

गावस्कर हालांकि उस भारत में विश्वास रखते हैं जहां के लोग संकेट के इस समय से उबर जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से अधिकतर कक्षाओं में हैं, अपना भविष्य बनाने और भारत को आगे ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। एक देश के रूप में हम तभी आगे बढ़ सकते हैं जब हम सभी एकजुट हों। जब हम सभी सामान्य भारतीय होंगे। खेल ने हमें यही सिखाया है।’’

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