Highlightsश्रीसंत ने 27 मैच 87 विकेट और 281 रन बनाए। 53 एकदिवसीय मैच खेले हैं और 75 विकेट लिए हैं। दिसंबर में अपना पहला T20I मैच खेला, जिसके बाद उन्होंने कुल 10 मैच खेले और 7 विकेट लिए।
Sreesanth Retirement: क्रिकेटर एस श्रीसंत ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने फैसले की घोषणा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। एस श्रीसंत उस भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे, जिसने दक्षिण अफ्रीका में 2007 विश्व टी20 और भारत में खेला गया 2011 विश्व कप जीता था।
दाएं हाथ का यह 39 वर्षीय तेज गेंदबाज पिछले महीने मेघालय के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले में केरल की ओर से खेलता दिखा था। अपनी टीम की पारी और 166 रन की जीत के दौरान श्रीसंत ने दो विकेट चटकाए थे। कई ट्वीट करके संन्यास की घोषणा करते हुए श्रीसंत ने कहा कि उन्होंने अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए अपने 25 साल के करियर का अंत करने का फैसला किया है।
मार्च 2006 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले श्रीसंत ने 27 मैच 87 विकेट और 281 रन बनाए। उन्होंने 53 एकदिवसीय मैच खेले हैं और 75 विकेट लिए हैं। उन्होंने दिसंबर में अपना पहला T20I मैच खेला, जिसके बाद उन्होंने कुल 10 मैच खेले और 7 विकेट लिए।
केरल में जन्मे इस तेज गेंदबाज ने लिखा, ‘‘अपने परिवार, टीम के साथियों और भारत के लोगों और खेल को प्यार करने वाले सभी का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात रही। काफी दुख लेकिन बिना किसी मलाल के मैं कहा रहा हूं कि मैं भारतीय घरेलू क्रिकेट (प्रथम श्रेणी और सभी प्रारूप) से संन्यास ले रहा हूं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए मैंने अपना प्रथम श्रेणी करियर खत्म करने का फैसला किया है। यह मेरा अकेले का फैसला है और हालांकि मुझे पता है कि इससे मुझे खुशी नहीं मिलेगी लेकिन जीवन में इस समय यह सही और सम्मानित फैसला है। मैंने प्रत्येक लम्हे का लुत्फ उठाया।’’
श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में 25 अक्टूबर 2006 में एकदिवसीय मुकाबले के साथ अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले श्रीसंत महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में 2007 में पहला टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
श्रीसंत को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अगस्त 2013 में उनके राजस्थान रॉयल्स टीम के साथी अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कथित स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के लिए आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था।
हालांकि, 2019 में उनके आजीवन प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया गया, जो सितंबर 2020 में पूरा हुआ। अपने प्रतिबंध के बाद, उन्होंने केरल क्रिकेट संघ (केसीए) के लिए 2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए 20 सदस्यीय टीम में नामित होने के बाद वापसी की। 2021 और 2022 में उन्हें आईपीएल नीलामी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया, लेकिन दोनों मौकों पर अनसोल्ड रहे।