दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों को राजकीय अतिथि स्तर की सुरक्षा मिलेगी

By भाषा | Updated: January 9, 2021 20:45 IST2021-01-09T20:45:35+5:302021-01-09T20:45:35+5:30

South African cricketers will get state guest level protection | दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों को राजकीय अतिथि स्तर की सुरक्षा मिलेगी

दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों को राजकीय अतिथि स्तर की सुरक्षा मिलेगी

कराची, नौ जनवरी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 16 जनवरी से यहां के दौरे पर आने वाली दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम को राजकीय अतिथि स्तर की सुरक्षा मुहैया करने की मंजूरी दे दी है।

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी अधिसूचना में, आंतरिक और विदेश मंत्रालय को क्रिकेट टीम के राजकीय मेहमान के तौर पर व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

दक्षिण अफ्रीकी टीम कराची और रावलपिंडी में दो टेस्ट मैच खेलने के बाद लाहौर में तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेलेगी।

आंतरिक मंत्रालय द्वारा की जा रही तैयारियों के मुताबिक अभेद सुरक्षा योजना तैयार की गयी जिसमें मेहमान टीम के साथ अर्धसैनिक बलों के लगभग 500 जवान मौजूद रहेंगे।

पिछले तीन वर्षों में विश्व एकदश, श्रीलंका, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज की टीमों ने टेस्ट और सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए पाकिस्तान का दौरा किया है लेकिन 2010 के बाद इस देश के दौरे पर आने वाली दक्षिण अफ्रीका पहली बड़ी टीम है।

दक्षिण अफ्रीका की टीम 2007 के बाद पहली बार पाकिस्तान दौरे पर आ रही है। उस समय कराची में पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के काफीले पर बड़ा बम धमाका हुआ था जिसमें कम से कम 200 लोग मारे गये थे।

दक्षिण अफ्रीकी टीम उस समय मुलतान में टेस्ट मैच खेल रही थी। इस हमले के बाद भी टीम ने दौरे को जारी रखा था हालांकि सुरक्षा करणों ने अगले टेस्ट मैच को कराची की जगह लाहौर स्थानांतरित कर दिया गया था।

इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक व्यापक जैव-सुरक्षा योजना भी तैयार की है। कराची पहुंचने के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम पृथकवास पर रहेगी। जिसके बाद वे प्रशिक्षण सत्र में भाग लेंगे और अपनी खुद की दो टीमें बनाकर अभ्यास मैच खेलेंगे ।

क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने दौरे के लिए 21 खिलाड़ियों के विस्तारित दल की घोषणा की है, जिसमें चोट से उबर चुके तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा को भी शामिल किया गया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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