करतारपुर यात्रा पर आए सिद्धू ने भारत-पाक के बीच व्यापार, ‘मित्रता के नये अध्याय’ की वकालत की

By भाषा | Published: November 20, 2021 06:51 PM2021-11-20T18:51:19+5:302021-11-20T18:51:19+5:30

Sidhu, who visited Kartarpur, advocated trade between India and Pakistan, 'new chapter of friendship' | करतारपुर यात्रा पर आए सिद्धू ने भारत-पाक के बीच व्यापार, ‘मित्रता के नये अध्याय’ की वकालत की

करतारपुर यात्रा पर आए सिद्धू ने भारत-पाक के बीच व्यापार, ‘मित्रता के नये अध्याय’ की वकालत की

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एम. जुल्करनैन

लाहौर, 20 नवंबर कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में मत्था टेका और दोनों देशों के बीच ‘मित्रता का नया अध्याय’ तथा व्यापार शुरू करने पर जोर दिया।

गौरतलब है कि भारत ने हाल ही में सिख श्रद्धालुओं के लिए वीजा-मुक्त करतारपुर गलियारे को खोला है।

करतारपुर गलियारा पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के पंजाब राज्य के गुरदासपुर में स्थित डेरा बाबा नानक से जोड़ता है। दरबार साहिब में सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन का अंतिम समय गुजारा था। चार किलोमीटर लंबा यह गलियारा भारत के सिख श्रद्धालुओं को बिना वीजा के दरबार साहिब जाने की सुविधा देता है।

कोविड-19 के कारण मार्च, 2020 से करतारपुर गुरुद्वारा की यात्रा रोक दी गई थी। करतारपुर गलियारा श्रद्धालुओं के लिए फिर से इसी मंगलवार को खोला गया है।

करतारपुर पहुंचने के बाद सिद्धू ने पत्रकारों से कहा, ‘‘बाबा गुरु नानक के नाम पर, दोनों देशों के बीच मित्रता का नया अध्याय शुरू होना चाहिए।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘विश्व युद्धों में लाखों लोगों की मौत होने के बाद एक यूरोप एक वीजा पर अपनी सीमाएं खोल सकता है, एक पासपोर्ट और एक मुद्रा रख सकता है, तो हमारे क्षेत्र में ऐसा क्यों नहीं हो सकता जहां भगत सिंह और महाराजा रणजीत सिंह जैसी हस्तियां हैं जिन्हें सभी मानते हैं।’’

सिद्धू ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच परस्पर प्रेम चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘(भारत-पाकिस्तान के बीच) 74 साल में खड़ी की गई दीवारों में खिड़कियां खोलने की जरूरत है।’’ उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच व्यापार होना चाहिए।’’

सिद्धू ने गलियारा खोलने की दिशा में कदम उठाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी धन्यवाद दिया। क्रिकेट से राजनीति में आए सिद्धू ने कहा, ‘‘मैं पहला कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री (इमरान खान) को धन्यवाद देता हूं और दूसरे पक्ष (भारत) ने दो कदम उठाकर इसका जवाब दिया। मैं पहले ही कह चुका हूं कि गलियारा का समर्थन करने वालों को आशीर्वाद मिलेगा और जो इसका विरोध कर रहे हैं उनका कोई अस्तित्व नहीं है।’’

जीरो प्वाइंट पर जब करतारपुर गलियारा परियोजना प्रबंधन इकाई के सीईओ मोहम्मद लतिफ ने सिद्धू का स्वागत किया और प्रधानमंत्री की ओर से पूर्व क्रिकेटर और उनके शिष्टमंडल की आगवानी की तब, सिद्धू ने कहा, ‘‘इमरान खान मेरे बड़े भाई हैं। मुझे गर्व हो रहा है। उन्होंने (खान) हमें बहुत प्यार दिया है।’’

सिद्धू ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और अपने शिष्टमंडल के साथ वहीं के खेतों में उगाए गेहूं और सब्जियों से तैयार लंगर भी छका।

लतिफ के मुताबिक, गलियारा खुलने के चौथे दिन शनिवार को 300 से ज्यादा भारतीय सिख श्रद्धालु करतारपुर साहिब पहुंचे।

इसी सप्ताह पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैबिनेट मंत्रियों और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की अध्यक्ष जागीर कौर सहित कुल 37 लोगों के साथ करतारपुर साहिब गए थे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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