कैसे खिलाड़ियों को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे पूर्व कोच रवि शास्त्री, दिनेश कार्तिक ने किया खुलासा

दिनेश कार्तिक ने उन दो पहलुओं के बारे में बताया है जिन्हें एक कोच के रूप में शास्त्री कभी बर्दाश्त नहीं कर सके। रवि शास्त्री खिलाड़ियों को लेकर अपनी नाखुशी या निराशा सार्वजनिक तौर पर जाहिर करने के लिए भी जाने जाते थे।

By शिवेंद्र राय | Published: August 17, 2022 10:41 AM2022-08-17T10:41:36+5:302022-08-17T10:43:21+5:30

Shastri had low tolerance fo somebody who wouldn’t bat at a certain pace Dinesh Karthik | कैसे खिलाड़ियों को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे पूर्व कोच रवि शास्त्री, दिनेश कार्तिक ने किया खुलासा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री (फाइल फोटो)

googleNewsNext
Highlightsशास्त्री ने खिलाड़ियों को खास लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित किया- दिनेश कार्तिकअसफलताओं को लेकर उनकी सहनशीलता बहुत कम थी- दिनेश कार्तिकशास्त्री को अच्छे से पता था कि वो टीम से क्या चाहते हैं- दिनेश कार्तिक

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री को ऐसे कोच के रूप में जाना जाता है जिसने टीम इंडिया की कायापलट कर दी। विराट कोहली और रवि शास्त्री की जोड़ी भी खूब हिट रही और दोनो ने मिलकर भारतीय टीम को कई सीरीज में जीत दिलाई। 2021 में हुए टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री का टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर कार्यकाल खत्म हो गया था। विराट कोहली भी अब कप्तान नहीं हैं। 

अब भारतीय क्रिकेट टीम के अहम सदस्य दिनेश कार्तिक ने रवि शास्त्री के बारे में कुछ खुलासे किए हैं। रवि शास्त्री एक कोच के तौर पर हमेशा अपने खिलाड़ियों के समर्थन के लिए जाने जाते हैं। लेकिन एक कोच के रूप में शास्त्री ने खिलाड़ियों की कमियां भी उजागर की और गलतियों के लिए खुलेआम फटकार भी लगाई। 

दिनेश कार्तिक ने बताया है कि कोच के रूप में शास्त्री का व्यवहार कैसा है। कार्तिक ने कहा, "रवि शास्त्री ऐसे खिलाड़ियों को बर्दाश्त नहीं  कर पाते थे जो एक निश्चित गति से बल्लेबाजी नहीं करते थे या ऐसे खिलाड़ी जो नेट्स पर तो अलग तरह से प्रैक्टिस करते थे और मैच में बिल्कुल ही अलग अंदाज में बल्लेबाजी करते थे। उन्हें यह बिल्कुल पसंद नहीं था। शास्त्री को अच्छे से पता था कि वो टीम से क्या चाहते हैं। लेकिन असफलताओं को लेकर उनकी सहनशीलता बहुत कम थी। वो हमेशा खिलाड़ियों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करते रहते थे।"

दरअसल शास्त्री ने चेतेश्वर पुजारा की धीमी स्ट्राइक रेट और विकेटों के बीच खराब दौड़ के लिए उनकी आलोचना की थी। साथ ही ऋषभ पंत को भी लापरवाही भरे शॉट खेलने के लिए कई बार फटकार लगाई थी। पंत के बारे में शास्त्री ने कहा था कि अगर पंत अपनी गलतियों से नहीं सीखेंगे, तो उन्हें इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा। कार्तिक का इशारा इसी की तरफ था।

 क्रिकबज से बातचीत में कार्तिक ने आगे बताया, "मुझे लगता है कि शास्त्री एक खिलाड़ी के तौर पर शायद उतने प्रतिभाशाली नहीं थे, लेकिन कोच के रूप में उन्होंने अपनी प्रतिभा का पूरा इस्तेमाल किया। एक कोच के तौर पर उन्होंने हमेशा खिलाड़ियों को खास लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित किया।"

Open in app