Rohit Sharma IND vs AUS 4th Test: सिडनी टेस्ट के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा संन्यास लेंगे। कप्तान हिटमैन फॉर्म को लेकर सुपर फ्लॉप चल रहे हैं। टी20 विश्व कप जीतने के बाद संन्यास लेने वाले रोहित टेस्ट को भी अलविदा कहेंगे। हो सकता है कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद एकदिवसीय मैच से संन्यास ले लेंगे। राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष अजित अगरकर मेलबर्न में हैं और रोहित शर्मा से बात कर चुके हैं। दोनों में भविष्य को लेकर बात भी हुई हो क्योंकि भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। पिछले 09 टेस्ट की 16 पारियों में रोहित ने सिर्फ 167 रन बनाये हैं।
Rohit Sharma IND vs AUS 4th Test: टेस्ट में सबसे ज्यादा बार विपक्षी कप्तान को आउट करने वाला कप्तान-
6ः रोहित शर्मा बनाम पैट कमिंस
5ः टेड डेक्सटर बनाम रिची बेनॉड
5ः सुनील गावस्कर बनाम इमरान खान
4ः गुलाबराय रामचंद बनाम रिची बेनॉड
4ः क्लाइव लॉयड बनाम कपिल देव
4ः पीटर मे बनाम रिची बेनॉड।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और आखिरी दिन कप्तान रोहित शर्मा की अति रक्षात्मक शैली ने टीम का बेड़ा गर्क कर दिया। रोहित ने 40 गेंद में नौ रन बनाए और टेस्ट मैचों में दसवीं बार ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस का शिकार हुए। लग रहा था कि रोहित शीर्षक्रम पर अपना स्वाभाविक आक्रामक खेल दिखाएंगे, लेकिन खराब फॉर्म के बीच रक्षात्मक खेल दिखाने की कोशिश की।
Rohit Sharma IND vs AUS 4th Test: इस सीरीज में कमिंस बनाम रोहित-
पारीः 4
गेंदः 44
रनः 11
आउटः 04।
एक बार फिर रोहित शर्मा सस्ते में आउट हुए और फिर उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई जो लाजमी भी हैं। अभी सिडनी टेस्ट की दो पारियां बाकी है। अगर वह रन नहीं बनाता है तो सवाल तो उठेंगे।पैट कमिंस की शॉर्ट गेंद पर भारतीय कप्तान केआउट होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि वह टेस्ट क्रिकेट से विदा कब लेंगे।
एक तो वह फॉर्म में नहीं हैं और स्थिर लग रही प्रारंभिक जोड़ी में बदलाव करके टीम का संतुलन भी बिगड़ गया है। ऐसी अटकलें हैं कि अगर भारत विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाता है तो सिडनी उनके करियर का आखिरी टेस्ट होगा। क्या रोहित टीम के लिये सिडनी टेस्ट से खुद को बाहर रखकर फॉर्म में चल रहे केएल राहुल को यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने देंगे।
भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने आईपीएल में अपने खेलने के दिनों में एक बार खुद को बाहर कर दिया था। अगर रविचंद्रन अश्विन को यह जताकर संन्यास लेने के लिये विवश किया जाता है कि वह विदेश में पहली पसंद के दो स्पिनरों में से नहीं हैं तो क्या भारतीय कप्तान को यह नहीं बताना चाहिये कि वह टेस्ट में शीर्ष छह में नहीं हैं जिनकी जगह टीम में पक्की है।
सात सप्ताह बाद वनडे प्रारूप में चैम्पियंस ट्रॉफी खेली जानी है और वनडे में रोहित का कोई सानी नहीं। मौजूदा खराब फॉर्म से उनका मनोबल गिरा होगा लेकिन अगर टेस्ट की जिम्मेदारी हट जाती है तो वह खुलकर खेल सकेंगे। रोहित और विराट कोहली दोनों ही खराब फॉर्म में हैं लेकिन अंतर इतना है कि क्रीज पर दोनों कैसे दिखते हैं।
रोहित आसानी से विकेट गंवाते आये हैं। यहां बहुत ही खराब शॉट खेलकर वह पवेलियन लौटे। बतौर कप्तान भी अभी तक इस सीरीज में उन्होंने बहुत प्रभावित नहीं किया है। लिहाजा कप्तान को जल्दी ही फैसला लेना होगा। शायद उनकी टीम इसका इंतजार कर रही है।