भारत के स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने लिया संन्यास, बताया सचिन से जुड़ा अपने करियर का सबसे यादगार पल

Pragyan Ojha: स्टार भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया

By अभिषेक पाण्डेय | Updated: February 21, 2020 12:21 IST2020-02-21T11:39:35+5:302020-02-21T12:21:08+5:30

Pragyan Ojha Announces Retirement From All Forms Of Cricket | भारत के स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने लिया संन्यास, बताया सचिन से जुड़ा अपने करियर का सबसे यादगार पल

स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने लिया क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास

Highlightsस्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने लिया क्रिकेट से संन्यासओझा ने अपने 24 टेस्ट मैचों में 113 विकेट लिए

बाएं हाथ के स्टार स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान किया है। इस स्पिनर ने शुक्रवार को सोशल मीडिया में फैंस के नाम शेयर एक भावुक संदेश में इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास लेने का ऐलान किया। 

ओझा ने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच नंवबर 2018 में बिहार के लिए खेला, इसके अलावा वह हैदराबाद और बंगाल के लिए भी खेले। ओझा ने भारत के लिए अपना डेब्यू 2008 में एशिया कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ किया था और इसी टीम के खिलाफ जून 2009 में अपना टी20 इंटरनेशनल डेब्यू भी किया। ओझा ने अपना टेस्ट डेब्यू नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ किया था।

सचिन से डेब्यू टेस्ट कैप मिलना सबसे यादगार पल: प्रज्ञान ओझा

33 वर्षीय ओझा ने ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि अब जीवन के अगले चरण की तरफ बढ़ने का समय है। ओझा ने अपने 14 साल लंबे करियर के दौरान प्यार और समर्थन के लिए फैंस से लेकर हैदराबाद क्रिकेट संघ और सौरव गांगुली से लेकर वीवीएस लक्ष्मण और हरभजन सिंह तक कई महान खिलाड़ियों का आभार जताया है। 

ओझा ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी का उन्हें भारतीय टीम में खेलने का अवसर देने के लिए शुक्रिया कहा।

ओझा ने अपने सबसे यादगार क्रिकेट पल के बारे में बताते हुए लिखा कि सचिन तेंदुलकर से डेब्यू टेस्ट कैप मिलना और 100 टेस्ट विकेट लेने उनके करियर के सबसे यादगार पलों में शामिल हैं।

 

सचिन के आखिरी टेस्ट में ओझा ने झटके थे 10 विकेट

प्रज्ञान ओझा ने अपना टेस्ट डेब्यू नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ कानपुर में खेला था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच करीब 6 साल पहले नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।

संयोग से ये सचिन तेंदुलकर का आखिरी टेस्ट मैच था। इस मैच में ओझा ने 10 विकेट झटकते हुए भारत को शानदार जीत दिलाई थी और मैन ऑफ मैच रहे थे। लेकिन उनके लिए बदकिस्मती की बात ये रही कि यही मैच भारत के लिए उनका आखिरी मैच साबित हुआ। 

ओझा ने भारत के लिए अपने 24 टेस्ट मैचों में 113 विकेट लिए, जबकि 18 वनडे मैचों में 21 विकेट और 6 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 10 विकेट लिए।

ओझा ने आईपीएल में हासिल की कामयाबी

ओझा ने आईपीएल में भी कामयाबी हासिल की और 2009 में डेक्कन चार्जर्स के साथ खिताब जीता और बाद में दो बार खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे।

वह 2010 में 21 विकेट लेते हुए पर्पल कैप जीतने वाले पहले स्पिनर बने थे। ओझा ने अपना आखिरी आईपीएल मैच 2015 में खेला था। उन्होंने 92 आईपीएल मैचों में 89 विकेट झटके। 

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