1948 की एशेज सीरीज कई मायनों में चर्चित है, खासतौर पर ओवल में खेला गया टेस्ट मैच। न केवल इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एक पारी से हराया था बल्कि इसलिए भी क्योंकि डॉन ब्रैडमैन उस टेस्ट में जीरो पर आउट हुए थे, जिससे उन्होंने 100 का टेस्ट औसत हासिल करने का मौका गंवा दिया था। ब्रैडमैन को इंग्लैंड के एरिक होलिज ने बोल्ड कर दिया था।
डॉन ब्रैडमैन 14 अगस्त 1948 को इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में अपनी आखिरी टेस्ट पारी में केवल दूसरी ही गेंद पर डक पर आउट हो गए थे। इससे उन्होंने टेस्ट में 100 का औसत हासिल करने का मौका गंवा दिया था। टेस्ट में 100 का औसत हासिल करने के लिए ब्रैडमैन को अपनी आखिरी टेस्ट पारी में केवल 4 रन बनाने की जरूरत थी, लेकिन वह शून्य पर आउट हो गए थे।
ब्रैडमैन के आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने दर्ज की थी पारी के अंतर से जीत
उस मैच की पहली पारी में इंग्लैंड की टीम 54 रन पर सिमट गई थी। ऑस्ट्रेलिया के लिए आर लिंडवॉल ने 6 विकेट झटके, जो मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने आर्थर मौरिस के शानदार 196 रन की मदद से 389 रन का विशाल स्कोर बनाया।
तीसरी पारी में इंग्लैंड ने थोड़ा संघर्ष किया लेकिन लेन हटन की फिफ्टी के बावजूद कुल 188 रन पर सिमट गया और मैच एक पारी और 149 रन से गंवा दिया।
ये ब्रैडमैन की कप्तानी में आखिरी टेस्ट सीरीज थी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 4-0 से मात दी थी।
अपने करीब 20 साल लंबे करियर में ब्रैडमैन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट मैचों में 99.94 के औसत से 6996 रन बनाए थे। उन्होंने अपने शानदार करियर में 29 शतक जड़े और क्रिकेट इतिहास के महानतम बल्लेबाजों में शुमार ब्रैडमैन को आगे चलकर 'सर' डॉन ब्रैडमैन की उपाधि मिली।