दिसंबर के बजाय जनवरी में मुश्ताक टी20 चाहते हैं कर्नाटक और सौराष्ट्र सहित छह राज्य

By भाषा | Published: December 4, 2020 08:25 PM2020-12-04T20:25:37+5:302020-12-04T20:25:37+5:30

Mushtaq wants T20 in January instead of December, six states including Karnataka and Saurashtra | दिसंबर के बजाय जनवरी में मुश्ताक टी20 चाहते हैं कर्नाटक और सौराष्ट्र सहित छह राज्य

दिसंबर के बजाय जनवरी में मुश्ताक टी20 चाहते हैं कर्नाटक और सौराष्ट्र सहित छह राज्य

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(कुशान सरकार)

नयी दिल्ली, चार दिसंबर शीर्ष घरेलू टीम जैसे कर्नाटक, सौराष्ट्र और पंजाब उन छह राज्यों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से सैयद मुश्ताक अली टी20 को प्रस्तावित 20 दिसंबर के बजाय जनवरी में आयोजित करने का अधिकारिक रूप से अनुरोध किया है वर्ना उन्हें तैयारियों के लिये कम समय मिलेगा।

बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘कर्नाटक, सौराष्ट्र, पंजाब, केरल, ओडिशा और मेघालय सभी ने बीसीसीआई को लिखा है कि वे चाहते हैं कि मुश्ताक अली जनवरी में हो। ’’

बीसीसीआई ने हाल में राज्य इकाईयों से उन्हें दिये गये चार विकल्पों में से अपनी पसंद साझा करने को कहा था जिसमें केवल रणजी ट्राफी या सैयद मुश्ताक अली ट्राफी कराने का विकल्प भी शामिल था।

दो अन्य विकल्प मुश्ताक अली और विजय हजारे ट्राफी या फिर मुश्ताक अली और रणजी ट्राफी कराने थे।

बीसीसीआई के सदस्य इकाईयों को लिखे पत्र के अनुसार मुश्ताक अली टूर्नामेंट को 22 दिन (20 दिसंबर से 10 जनवरी) की जरूरत होगी जबकि रणजी ट्राफी को 67 और विजय हजारे को 28 दिन चाहिए होंगे।

अब स्पष्ट हो गया है कि इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी जनवरी में होने की उम्मीद है जिससे मुश्ताक अली ट्राफी बोर्ड के लिये प्राथमिकता होगी क्योंकि इससे प्रतिभाशाली अनकैप खिलाड़ियों को खोजने में मदद मिलती है।

कोविड-19 के कारण देश में मौजूदा परिस्थितियों में ज्यादातर राज्यों के लिये अपने शिविर आयोजित करना संभव नहीं था। एक राज्य इकाई के सचिव ने कहा, ‘‘काफी राज्य अपनी सत्र पूर्व ट्रेनिंग शुरू कर रहे हैं और कुछ ने तो अपने कोचों और चयन समितियों को नियुक्त किया है। तो यही उचित होगा कि मुश्ताक अली जनवरी में आयोजित की जाये ताकि टीमें तैयारी के लिये इस पूरे महीने का इस्तेमाल करके तैयार हो जायें।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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