भारतीय खिलाड़ियों पर नस्ली टिप्पणी को लैंगर ने शर्मनाम करार दिया

By भाषा | Updated: January 10, 2021 15:00 IST2021-01-10T15:00:27+5:302021-01-10T15:00:27+5:30

Langer termed racist remarks on Indian players as shameful | भारतीय खिलाड़ियों पर नस्ली टिप्पणी को लैंगर ने शर्मनाम करार दिया

भारतीय खिलाड़ियों पर नस्ली टिप्पणी को लैंगर ने शर्मनाम करार दिया

सिडनी, 10 जनवरी आस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने यहां तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दौरान कुछ दर्शकों के भारतीय खिलाड़ियों पर नस्ली टिप्पणी करने को शर्मनाक करार दिया। इन दर्शकों को बाद में उनके बर्ताव के लिए सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) से बाहर कर दिया गया।

मेहमान टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दर्शकों के एक समूह द्वारा नस्ली टिप्पणी की शिकायत दी जिसके बाद चौथे दिन के दौरान कुछ देर खेल रुका रहा। बाद में कुछ दर्शकों को मैदान से बाहर कर दिया गया और मेजबान देश के क्रिकेट बोर्ड ने माफी मांगी।

दिन का खेल खत्म होने के बाद इस मुद्दे पर लैंगर से कई सवाल पूछे गए और आस्ट्रेलिया के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने इसके लिए शिक्षा पर जोर दिया।

स्वदेशी आदिवासियों को लेकर आस्ट्रेलिया के खराब इतिहास के संदर्भ में लैंगर ने कहा, ‘‘मैंने अभी अभी आस्ट्रेलिया के इतिहास पर एक किताब पढ़ी है और पिछले कुछ महीनों में कुछ अच्छे वृत्तचित्र देखे हैं। यह दुखद है, हम स्वयं को शिक्षित कर रहे हैं और इससे आपको काफी दुख होता है कि लोगों को नस्लवाद का सामना करना पड़ रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया के इतिहास में जो हुआ जब आप उसे लेकर शिक्षित होते हो तो आपको समझ में आता है कि आखिर क्यों यह इतना पीड़ादायक है।’’

रविवार की इस घटना से एक दिन पहले एससीजी पर नशे में धुत्त एक दर्शक ने कथित तौर पर जसप्रीत बुमराह और सिराज पर नस्ली टिप्पणी की थी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने इसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पास शिकायत दर्ज कराई।

मेहमान टीम के खिलाफ दो दिन में नस्लवाद की दो घटनाओं का प्रतिक्रिया देते हुए लैंगर ने कहा कि यह शर्मनाक है कि इतनी कड़ी टक्कर वाली श्रृंखला की छवि इस तरह की घटनाओं से खराब होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘माफी कीजिए, यह हताशा भरा और निराशाजनक है।’’

लैंगर ने कहा, ‘‘मुझे इससे नफरत है कि लोग पैसे देकर क्रिकेट या किसी अन्य खेल को देखने आते हैं और सोचते हैं कि वे अपशब्दों का इस्तेमाल या इस तरह की चीजें कर सकते हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कहने का मतलब है कि एक खिलाड़ी के रूप में मैं इससे नफरत करता था, एक कोच के रूप में इससे नफरता करता हूं, हमने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में ऐसा देखा है और आस्ट्रेलिया में ऐसा होते हुए देखना दुखद है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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